Weekly Muhurat 2022: 7 दिन के सर्वश्रेष्ठ साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, यहां पढ़ें...

Weekly Panchang Muhurat : यहां जानें हिन्दू कैलेंडर के अंतर्गत आने वाले विशेष पर्व, त्योहार, दिवस, ग्रह परिवर्तन आदि से संबंधित खास जानकारी नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त में। यहां वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए खास तौर पर लेकर आया हैं पंचांग और चौघड़िए के आधार पर साप्ताहिक मुहूर्त के बारे में- November Weekly Muhurat 
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 31 अक्टूबर से 6 नवंबर 2022 तक)
 
31 अक्टूबर 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में मखाने की खीर अर्पण करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

1 नवंबर 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-श्रवण
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/गोपाष्टमी
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-बहते जल में 250 ग्राम बताशे प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

2 नवंबर 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-धनिष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-अक्षय आंवला नवमी/पंचक प्रारंभ/विष्णुरात्रि व्रतारंभ
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

3 नवंबर 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कुम्भ
व्रत/मुहूर्त-रवियोग/देवदर्शन
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में शहद भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

4 नवंबर 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/देवप्रबोधिनी एकादशी व्रत (सर्वे.)/तुलसी विवाह/भीष्म पंचक प्रारंभ/चातुर्मास पूर्ण
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में तुलसी का पौधा रोपित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

5 नवंबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-शनि प्रदोष/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनिदेव का सरसों और चमेली के तेल से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

6 नवंबर 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/बैकुंठ चतुर्दशी/पंचक समाप्त
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी पवित्र नदी में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर दीपदान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]


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