बांग्लादेश का भविष्य कैसा रहेगा, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

WD Feature Desk

मंगलवार, 27 मई 2025 (17:42 IST)
ज्योतिषियों ने पहले ही यह भविष्यवाणी कर दी थी कि बांग्लादेश में विद्रोह होगा और हो सकता है कि तख्‍ता पलट हो जाए। उनकी यह भविष्यवाणी सच साबित हुई। अब ज्योतिषियों का यह मानना है कि बांग्लादेश के भी 2 टुकड़े हो सकते हैं यह संभावना अगले साल 2026 से 2027 के अंत के पहले बनेगी। हालांकि कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि 2028 तक बांग्लादेश का भारत में विलय हो जाएगा।
 
बांग्लादेश और भारत की कुंडली का विश्लेषण करते हैं तो पता चलता है कि 25 मई से 2027 से 1 अक्टूबर 2027 के बीच बांग्लादेश और भारत के बीच कुछ ऐसा होगा जबकि बांग्लादेश के भविष्य का फैसला होगा। वह या तो टूटेगा या किसी देश के साथ उसका विलय होगा। यह भी हो सकता है कि टूटेगा भी और विलय भी होगा।

बांग्लादेश की कुंडली वृषभ लग्न की है जिसमें केतु तीसरे, शनि चौथे, मंगल और सूर्य आठवें, बुध, गुरु और राहु नौवें और शुक्र दसवें स्थान पर है। वर्तमान में कुंडली में वृश्चिक लग्न में गुरु में, मंगल दूसरे भाव में, राहु तीसरे भाव में, चंद्र और शुक्र चौथे भाव में, सूर्य और बुध पंचम भाव में, शनि छठे भाव में, केतु नवम भाव में है। आने वाले 1 वर्ष तक बांग्लादेश में अस्थिरता रहेगी। इसके बाद चीन के दखल से उसके विनाश की लीला प्रारंभ होगी।
 
भविष्य में बांग्लादेश में कट्टरता फैलेगी। मारकाट मचेगी और भुखमरी फैलेगी। ऐसी स्थिति में बांग्लादेश पूरी तरह से चीन की गोद में बैठ जाएगा। बस यदि स्थिति इसके नाशा का कारण बनेगी और तब भारत के एक्शन के चलते बांग्लादेश पर वज्र का प्रहार होगा और चिकन नेक का विस्तार होगा। बांग्लादेश जो चिकन नेक की धमकी देता है तो उसे यह भी मालूम होना चाहिए कि बांग्लादेश के बाद 2 चिकन नेक है। भारत यदि उसे रोक देगा तो बांग्लादेश का आधा हिस्सा उससे अलग हो जाएगा। इसके बारे में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा पहले ही कह चुके हैं। 
 
1. पहला है 80 किलोमीटर लंबा उत्तरी बांग्लादेश कॉरिडोर- दखिन दिनाजपुर से दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स तक। यहां कोई भी व्यवधान, पूरे रंगपुर डिवीजन को बांग्लादेश के बाकी हिस्सों से पूरी तरह अलग कर सकता है।
 
2. दूसरा है 28 किलोमीटर लंबा चटगांव कॉरिडोर, जो दक्षिण त्रिपुरा से बंगाल की खाड़ी तक है। यह कॉरिडोर, भारत के चिकन नेक से भी छोटा है, बांग्लादेश की आर्थिक राजधानी और राजनीतिक राजधानी के बीच एकमात्र संपर्क है। भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर की तरह, हमारे पड़ोसी देश में भी दो संकीर्ण गलियारे हैं।
 
भारत यदि चाहेगा तो सिर्फ 1 दिन में बांग्लादेश के 3 टुकड़े कर सकता है और बांग्लादेश सिवाय चीन और पाकिस्तान का इंतजार करने के अलावा कुछ नहीं कर पाएगा। बांग्लादेश अपनी बर्बादी खुद लिखेगा।

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