Kharmas 2025: सूर्य के बृहस्पति ग्रह की दो राशियां धनु और मीन राशि में जाने से एक माह के लिए खरमास प्रारंभ हो जाता है। इसे ही मलमास कहते हैं। इस बार सूर्यदेव 14 मार्च 2025 शुक्रवार को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। खरमास में सभी तरह के मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं और कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं। ज्योतिष की दृष्टि से खरमास में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं, परंतु कुछ ऐसे शुभ कार्य कर सकते हैं जिन्हें शुभ माना जाता है।
3. यदि आप गया तीर्थ पर किसी का श्राद्ध करना चाहते हैं तो इसमें खरमास का कोई बंधन नहीं होता।
4. अन्नप्राशन, सीमान्त और जातकर्म आदि कर्म पहले से ही तय होने पर इस अवधि में किए जा सकते हैं।