कहते हैं कि चकमक पत्थर का उपयोग मानव लगभग 2 मिलियन साल से करता आ रहा है। यह पत्थर आपको नदी, समुद्र के किनारे या जंगल में आसानी से मिल जाएगा। चकमक परिवार के अंदर कई प्रकार के पत्थर आते हैं। जिनमे प्रमुख शामिल हैं क्वार्ट्ज, चर्ट, ओब्सीडियन, अगेट या जैस्पर। चकमक पत्थर एक कठोर तलछटी चटान होती है। यह एक माइक्रोक्रिस्टलाइन क्वार्ट्ज का रूप होता है। जिसको वैज्ञानिक अक्सर चीर के नाम से जानते हैं।
उपयोग :
1. यदि आपके पास मासिच या लाइटर है तो इस पत्थर को घर में रखने की जरूरत नहीं। लेकिन यदि आप जंगल में फंस जाएं या बगैर माचिस या लाइटर के आग जलाने का काम पड़े तो आप सफेद रंग के इस पत्थर को आसानी से अपने आसपास ढूंढ सकते हैं। चकमक पत्थर एक ऐसा पत्थर है जिसे इसी के समान दूसरे पत्थर के साथ रगड़ने पर लाइटर जैसी चिंगारी निकलती है। प्राचीनकाल में इसी पत्थर की चिंगारी से आग लगाई जाती है।
2. पुराने जमाने लोग से पत्थर को तोड़कर इससे तेज धारधार हथियार बनाते थे। चाकू, छूरी, तलवार के अलावा इस पत्थर को ड्रील करने में भी उपयोग में ले सकते हैं।
3. चकमक पत्थर का उपयोग रत्न के रूप में भी किया जाता है। यह आपको आत्मविश्वास और साहस देता है। इसे धारण करने से उदासी, हताशा और निराशा नहीं रहती है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार इस पत्थर को 84 रत्नों में शामिल किया गया है।
4. चकमक पत्थर का उपयोग घर की सजावट करने में भी किया जाता है। यह पत्थर सफेद के साथ ही गुलाबी, हरा, नीला, ग्रे और काले रंग का भी होता है। इसका उपयोग घर की दीवार बनाने में भी होता है।
5. इस पत्थर के गहने भी बनाए जाते हैं। इसका गहनों में भी उपयोग किया जाता है। जैसे रत्नों की ग्रेडिंग करने, काटने, पॉलिश करने और अलंकरण करने में इसका उपयोग होता है।