आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
12 अक्टूबर 2020, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास-आश्विन (द्वितीय)
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहु काल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-भद्रा
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को मोती दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
13 अक्टूबर 2020, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास- आश्विन (द्वितीय)
पक्ष- कृष्ण
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु- शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहु काल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-पुरुषोत्तमा एकादशी व्रत
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय- किसी विप्र गुड़ दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
14 अक्टूबर 2020, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास- आश्विन (द्वितीय)
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहु काल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-प्रदोषकाल में शिवजी का अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
15 अक्टूबर 2020, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास- आश्विन (द्वितीय)
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी/(चतुर्दशी-क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहु काल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास- दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भद्रा
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को बेसन की मिठाई खिलाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
16 अक्टूबर 2020, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास- आश्विन (द्वितीय)
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम- प्रमादी
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-चतुष्पद
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहु काल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास- ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-पुरुषोत्तम मास समाप्त
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में कांस्य-पात्र दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
17 अक्टूबर 2020, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास- आश्विन (द्वितीय)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु- शरद
संवत्सर नाम-प्रमादी
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुंभ
करण (सूर्योदयकालीन)-किंस्तुघ्न
लग्न (सूर्योदयकालीन)- कन्या
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहु काल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थ सिद्धि योग/शारदीय नवरात्रि प्रारंभ/घट स्थापना
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय- दुर्गा मंदिर में श्रंगार सामग्री चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
18 अक्टूबर 2020, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्- 2077, हिजरी सन्- 1440-41, ईस्वी सन् -2020
अयन- दक्षिणायण
मास-आश्विन (द्वितीय)
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-प्रमादी
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहु काल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल- पश्चिम
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-त्रिपुष्कर योग
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय- मंदिर में ताम्र पात्र दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)