राहु के शुभ-अशुभ प्रभाव से बदलता है स्वभाव, पढ़ें 20 जानकारियां
राहु एक रहस्यमयी ग्रह है। आइए जानते हैं इसके विषय में 20 खास बातें
1.राहु के शुभ प्रभाव से जातक की वाक् पटुता (हाजिरजवाबी) बहुत अच्छी होती है।
2.जातक अपने बड़े से बड़े शत्रु को भी मित्र बना लेने की क्षमता रखता है।
3.विकट परिस्थिति से बाहर निकलने की प्रबल क्षमता तथा युक्तिबल काफी अच्छा होता है।
4. राहु के शुभ-प्रभाव से जातक विदेशों में नौकरी करने तथा राजनीति में सफलता के गुण प्राप्त होते हैं। राहु के शुभ प्रभाव से अथक परिश्रम से जातक को थकान नहीं होती है।
5.राहु के अशुभ प्रभाव से जातक बहुत अधिक झूठा (मक्कार) हो जाता है।
6. बेवजह, काल्पनिक भय उत्पन्न हो जाता है।
7. कई बार राहु के दुष्प्रभाव से अपयश और कलंक का भागी होना पड़ता है।
8. अशुभ राहु के असर से धोखाधड़ी और छल, कपट की प्रवृत्ति प्रबल होती है।
9. राहु के अशुभ प्रभाव से जातक की वाणी में कठोरता उत्पन्न होती है।
10. राहु के अशुभ-प्रभाव से व्यक्ति नशे के कार्य में ज्यादा रूचि लेता है।
11. व्यक्ति निष्ठाहीन हो जाता है तथा अपने नैतिक जिम्मेदारी से भटक जाता है | विश्वास का पात्र नहीं रह जाता है।
12 .राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए जातक काले कपड़े, खट्टे फल, सरसों का तेल, तिल का तेल, गुड़ इत्यादि इन सब चीजों का दान करें।
13. गाय को हरा चारा खिलाने से राहु का प्रभाव कम होता है।
14. राहु के जितने दुर्गुण हैं जैसे झूठ बोलना, छल-कपट, लाचार व्यक्ति के प्रति हीन भावना इत्यादि बुरे कर्मों से दूर रहें।
15. सेहत के दृष्टिकोण से राहु वायु तत्व का कारक है। जिसके कारण बदहजमी, कब्ज, इत्यादि की समस्या उत्पन्न होती है। इससे बचने के लिए गोभी, मटर, पनीर, राजमा, इत्यादि इन सब चीजों का खाने में कम से कम प्रयोग करें तथा रात के समय इन सबका बिल्कुल ही प्रयोग ना करें। हरी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें।
16. बुद्धि-विवेक पर राहु का दुष्प्रभाव हो तो उससे बचने के लिए जातक को भ्रामरी और शीतलीकरण प्राणायाम करना चाहिए।
17. यदि राहु का प्रकोप बहुत ज्यादा है तो इसके लिए राहु शांति का अनुष्ठान कराएं।
18. रविवार के दिन दोपहर के समय भगवान भैरव जी के दर्शन करने से आपको लाभ मिलेगा। राहु के प्रभाव से जो विकट बाधा उत्पन्न होने वाली है, वह दूर हो जाएगी।
19. व्यापारिक और नौकरीपेशा में राहु का प्रकोप हो, तो उसके लिए जातक भगवान गणेशजी की पूजा करें, तथा उन्हें दुर्वा चढ़ाएं। भगवान गणेशजी का अनुष्ठान करवाएं।
20.राहु राजनीति में ले जाता है लेकिन बदनामी का कारण भी यही ग्रह होता है अगर कर्म अशुभ हो।