* चारों दिशाओं से सफल बनाते हैं भैरवनाथजी के 108 नाम, अवश्य पढ़ें...
भैरवजी को काशी का कोतवाल माना जाता है। मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी के दिन भगवान महादेव ने कालभैरव के रूप में अवतार लिया था। कालभैरव भगवान महादेव का अत्यंत ही रौद्र, भयाक्रांत, वीभत्स, विकराल प्रचंड स्वरूप है।
कालभैरव के पूजन से सभी तरह के अनिष्ट का निवारण होता है इसीलिए भैरवजी के 108 नामों को जहां तक हो सके प्रतिदिन अथवा बुधवार, गुरुवार, शनिवार या रविवार को अवश्य ही पढ़ना चाहिए।
108. ॐ ह्रीं विष्णवे नम :
जो भी मनुष्य जीवन में अनेक परेशानियों से घिरा हुआ है, उन्हें इन नामों का जाप नित्य करना चाहिए।