सूर्य के बाद सबसे विशाल ग्रह भी बृहस्पति ही है। देवपूज्य बृहस्पति या गुरु दार्शनिक, आध्यात्मिक ज्ञान को निर्देशित करने वाला उत्तम ग्रह माना गया है।
देवगुरु बृहस्पति के तंत्रोक्त मंत्र ना सिर्फ धन और वैभव की दृष्टि से चमत्कारी है बल्कि तुरंत असर करने वाले हैं। जरूरत है इन्हें एक साथ निरंतर जपने की।
इन चमत्कारी मंत्रों की जप संख्या 19 हजार है।
आप किसी भी एक गुरु मंत्र का गुरुवार के दिन जप कर सकते हैं।