जन्मपत्रिका के लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, द्वादश भाव में स्थित मंगल मांगलिक योग का कारण बनता है। यदि आपकी जन्मपत्रिका में मंगल अशुभ भावों का स्वामी है तब मंगल के शांति उपाय कर आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मंगल-
-मंगल का एकाक्षरी मंत्र- ॐ अं अंगारकाय नम:
-मंगल के दान सामग्री : लाल वस्त्र,गुड़,मूंगा,लाल पुष्प,तांबा, रक्त चंदन, मसूर की दाल।
उपाय:
-250 ग्राम बताशे मंगलवार के दिन बहते जल में प्रवाहित करें।
-मंगलवार को हनुमान जी को सिन्दूर (चोला) अर्पण करें।
-लाल वस्त्रों का प्रयोग ना करें।
-प्रति मंगलवार सुंदरकांड का पाठ करें।
-मंगलवार को किसी से कुछ भेंट इत्यादि ना लें।