शनिदोष से छुटकारा पाना है तो शनि जयंती पर अवश्य करें पवित्र शनि स्तोत्र का पाठ

पवित्र शनि स्तोत्र
 
नमस्ते कोणसंस्थाय पिंगलाय नमोस्तुते।
नमस्ते वभ्रूरूपाय कृष्णाय च नमोस्तु ते॥
 
नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चान्तकाय च।
नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो॥
 
नमस्ते यंमदसंज्ञाय शनैश्वर नमोस्तुते।
प्रसादं कुरु देवेश दीनस्य प्रणतस्य च॥
 
जाने-अनजाने में हुए पाप-कर्म एवं अपराधों के लिए शनिदेव से क्षमा याचना करें। 
 

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