श्रावण मास में कौन सा मंत्र जपें कि बुद्धि, यश, सुख और समृद्धि मिले

* सुख, सौभाग्य और ऐश्वर्य के लिए श्रावण में कौन सा मंत्र जपें... 
 
शिव का प्रिय मास श्रावण आते ही धर्म का पवित्र वातावरण बन जाता है। इस माह का लाभ सभी को उठाना चाहिए। इस माह में जपे गए मंत्र सिद्ध और असरकारी होते हैं। शिव को प्रसन्न करते हैं। 
 
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*  सर्वव्याधि नाश के लिए मृत्युंजय मंत्र जपा जा सकता है... 
 
1. ॐ जुं स:।
 
2. ॐ हौं जूं स:।
 
3. ॐ त्र्यंम्बकम् यजामहे,
सुगन्धिपुष्टिवर्धनम्। 
उर्वारुकमिव बन्धनान्,
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।' 
 
*  बुद्धि व ज्ञानवृद्धि के लिए जपें- 
 
'ॐ ऐं नम: शिवाय।
 
* ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए जपें- 
 
'ॐ ह्रीं नम: शिवाय।' 
 
उपरोक्त मंत्रों में से कोई भी मंत्र पसंद कर नित्य 1, 7, 11 व 21 माला जपें। जप में कम-ज्यादा न करें। पूरे श्रावण मास जप तथा पूजन करना चाहिए। इसके अलावा घर में जो भी शिवलिंग उपलब्ध हों, उसका पूजन करें। अभिषेक इत्यादि कर रुद्राक्ष माला से जप करें। यदि पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजन करें तो ज्यादा ठीक रहेगा। 
 
शुद्ध स्थान से मिट्टी लेकर कंकर इत्यादि निकालकर अंगूठे के प्रथम पर्व के बराबर शिवलिंग बनाकर पूजन करना श्रेष्ठ है। ये भी ध्यान रखना आवश्यक है कि इन शिवलिंग की संख्या निश्चित रहे। नित्य बनाकर विसर्जन करें। मास के अंत में सभी इकट्ठे कर तीर्थस्थान पर नदी में विसर्जन करें।

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संकल्प लेना आवश्यक है जिसमें जप, संख्‍या कामना, नाम गौत्र आदि का उल्लेख होगा। शिवलिंग की जलाधारी का मुख उत्तर की ओर रहे, यह ध्यान रखें। शिवाष्टक, शिव महिम्न स्तोत्र, रुद्रपाठ इत्यादि का पाठ भी करें तो अधिक लाभ। इति।

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