कर्क
यदि आपका जन्म 21 जून से 22 जुलाई के बीच हुआ है तो सूर्य राशि के अनुसार आपकी राशि कर्क है। कर्क राशि वालों आपकी राशि पर शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा। गुरु का गोचर दशम और एकादश भाव में होगा, जो शुभ है। राहु का भ्रमण नवम भाव में और केतु का भ्रमण तीसरे भाव में शुभ फलदायी है। आपको अपने व्यापार को जमाने और विस्तार करने के लिए नए अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने कौशल या प्रबंधन से बाहर जाकर कार्य न करें। वर्ष की शुरुआत में नौकरी में आपके हालात अच्छे रहेंगे। पढ़ाई में बाधा आ सकती है। वर्ष के मध्य में नौकरी और शिक्षा में बदलाव की आवश्यकता महसूस होगी लेकिन इससे बचकर रहें और कड़ी मेहनत करें। वर्ष के आरंभ में आपको अपने परिवार सहित आनंददायक यात्रा पर जाने का अवसर मिल सकता है, लेकिन गोचर में सप्तम भाव का केतु पत्नी की सेहत की चिंता देता है। आपकी जिम्मेदारी एक से अधिक स्थानों पर बढ़ेगी। आपके परिवार में किसी सदस्य की नौकरी लगने, शिक्षा पूरी होने और विवाह आदि मांगलिक कार्य होने का संकेत मिल रहा है। प्रेम संबंधों को लेकर यह वर्ष सही नहीं माना जा सकता। संपत्ति के निर्माण या खरीदी अथवा मरम्मत पर बड़ा खर्चा हो सकता है। हालांकि अचानक से धन लाभ होने के योग के चलते आर्थिक स्थिति स्थिर रह सकती है। लेकिन पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे या इसकी देखभाल को लेकर परिवार में चर्चा रहेगी। कुल मिलाकर आर्थिक पक्ष सामान्य रहने वाला है। अनियमित दिनचर्या के कारण समय-समय पर सेहत संबंधी परेशानी खड़ी हो सकती है, लेकिन कोई खास नहीं रहेगी। घर के किसी सदस्य को गंभीर रोग हो सकता है जिसके चलते आप मानसिक तनाव में रहेंगे। यदि आप सेहत के प्रति लापरवाह रहते हैं तो भोजन में अरुचि, पित्त विकार, मधुमेह आदि के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आपकी राशि पर शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा। वर्ष 2024 के ग्रह नक्षत्र यह बता रहे हैं कि वर्ष की शुरुआत में शनि ग्रह आठवें भाव से आपके दसवें भाव पर दृष्टि डालेंगे और बृहस्पति ग्रह भी दसवें भाव में रहेंगे, इसी के साथ ही सूर्य और मंगल छठे भाव में रहकर आपको आपकी नौकरी में स्थापित्य प्रदान करेंगे और सभी के बीच प्रसिद्ध बनाएंगे। आपकी मेहनत और कार्यकुशलता के कारण आप सफलता अर्जित करने में सफल होंगे। वर्ष के मध्य में बृहस्पति ग्रह के के 11वें भाव में गोचर करने से नौकरी में स्थिति और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी। बृहस्पति की पंचम दृष्टि तीसरे भाव पर होने से सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों का आपको सहयोग मिलेगा। आपको चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिए। अन्यथा नौकरी में बदलाव करने की नौबत आ सकती है। राहु का भ्रमण नवम भाव में और केतु का भ्रमण तीसरे भाव में शुभ फलदायी है। सप्तम भाव के स्वामी शनि के अष्टम भाव में होने के कारण आपको पूरे वर्ष व्यापार में सोच-समझकर ही कदम रखना होगा। खासकर निवेश को लेकर सतर्क रहें। वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति ग्रह की उपस्थिति दसवें भाव में होने के कारण स्थिति सामान्य रहेगी लेकिन उसके बाद सावधानी रखें अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। वर्ष के मध्य में बृहस्पति एकादश भाव में रहेंगे। इससे सम्मानित व्यक्ति का आपको सहयोग मिल सकता है। मार्च के मध्य तक मंगल का गोचर सातवें भाव में रहने से आप कोई बड़ा सौदा कर सकते हैं जिससे आपको फायदा होगा। फिर मंगल का आठवें भाव में शनि के साथ गोचर होगा तब आपको सतर्क रहने की जरूरत है। आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है या किसी विवाद में फंस सकते हैं। आपको अपने व्यापार को जमाने और विस्तार करने के लिए नए अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने कौशल या प्रबंधन से बाहर जाकर कार्य न करें। वार्षिक गोचर के अनुसार बुध और शुक्र के प्रभाव और चतुर्थ एवं द्वितीय भाव पर बृहस्पति ग्रह की दृष्टि के चलते शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर पाने में सफल होंगे। आत्मविश्वास और स्मरण शक्ति में इजाफा होगा। सूर्य और मंगल के छठे भाव में रहने से प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता मिलने की संभावना है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। यदि आप सब्जेक्ट बदलने का सोच रहे हैं तो असफल होंगे। बेहतर है कि सही निर्णय लें, क्योंकि वर्ष के अंतिम चरण में शिक्षा में असफलता के योग बन रहे हैं। वर्ष के मध्य में शिक्षा में बदलाव की आवश्यकता महसूस होगी लेकिन इससे बचकर रहें और कड़ी मेहनत करें। कर्क राशि वालों को प्रतिदिन हनुमान चालीसा और मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करना च