धनु
यदि आपका जन्म 22 नवंबर से 21 दिसंबर के बीच हुआ है तो सूर्य राशि के अनुसार आपकी राशि धनु है। बृहस्पति का पंचम और छठे भाव में गोचर होगा, जो शुभ रहेगा। पूरे वर्ष शनि का भ्रमण तीसरे भाव में होगा, यह भी शुभ है। दोनों से ही नौकरी या व्यापार में अच्छी सफलता मिलेगी। शिक्षा की दृष्टि से भी यह गोचर फलदायी है। नौकरी में पदोन्नति और व्यापार में उन्नति तय है। शनि महाराज पूरे वर्ष तीसरे भाव में रहकर आपको साहस और पराक्रम देंगे। करियर निर्माण में भाग्य का साथ मिलेगा। मनमाफिक पढ़ाई होने से सफलता मिलेगी। तबादले का अभी नहीं सोचना चाहिए। पढ़ाई में लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। वर्ष की शुरुआत में सूर्य और मंगल आपकी राशि में रहकर आपको उग्र बनाएंगे। इसके प्रभाव से दांपत्य जीवन में समस्या का जन्म हो सकता है। हालांकि पंचम में बृहस्पति के रहने से प्रेम संबंधों में सुधार होगा। संतान से संबंधित अच्छे समाचार मिल सकते हैं या संतान हो सकती है। वर्ष के मध्य में जन्मोत्सव, विवाह या अन्य संस्कार होने की प्रबल संभावना है। आप पर दूसरों का दायित्व भी आ सकता है। अविवाहित हैं तो विवाह के योग बनेंगे। देव गुरु बृहस्पति पूर्वार्ध में आमदनी को भी संतुलित रखेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आप वर्ष के पूर्वार्ध में इतना धन कमा सकते हैं जो पूरे वर्ष आपको पर्याप्त रहे। अनावश्यक खर्चों से बचना आवश्यक होगा क्योंकि शुक्र और बुध द्वादश भाव में प्रभाव डालकर खर्चों को बढ़ाएंगे। जमा पूंजी में या कहीं निवेश किया है तो उसमें वृद्धि होने का ग्रह योग है। स्थाई संपत्ति के मामले में भी वर्ष शुभ रहेगा। वर्ष के मध्य में बृहस्पति जब छठे भाव में जाएंगे तब सेहत संबंधी समस्या बढ़ सकती है। यदि आपके जन्म का शनि अच्छा नहीं है तो उदर पीड़ा, जोड़ों का दर्द, कंधे और गर्दन में दर्द की संभावना हो सकती है। पूरे वर्ष केतु के दशम भाव में होने से यह वर्ष नौकरी के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। नौकरी को लेकर आप परेशान रहेंगे। हमारी सलाह है कि जब तक अच्छी नौकरी नहीं मिले तब तक नौकरी न छोड़ें। अगस्त के बाद नौकरी में हालात अच्छे बनने लगेंगे। सितंबर में कोई बड़ा पद प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप केतु के उपाय कर लेते हैं तो नौकरी में मनचाहा परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। बृहस्पति का पंचम और छठे भाव में गोचर होगा, जो शुभ रहेगा। पूरे वर्ष शनि का भ्रमण तीसरे भाव में होगा, यह भी शुभ है। दोनों से ही नौकरी के लिए शुभ है। तबादले का अभी नहीं सोचना चाहिए। बृहस्पति का पंचम और छठे भाव में गोचर होगा, जो शुभ रहेगा। पूरे वर्ष शनि का भ्रमण तीसरे भाव में होगा, यह भी शुभ है। दोनों से ही व्यापार में अच्छी सफलता मिलेगी। शनि महाराज पूरे वर्ष तीसरे भाव में रहकर आपको साहस और पराक्रम देंगे। कंस्ट्रक्शन, शिक्षा या इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का कार्य कर रहे हैं तो लाभ होगा। हालांकि आपको निवेश में सोच-समझ कर आगे बढ़ना होगा। आपके व्यापार का विस्तार होगा और पहले की अपेक्षा आप ज्यादा मुनाफा कमाएंगे। आपको अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य की भी चिंता पर ध्यान देना होगा। धनु के छात्रों के लिए यह वर्ष की शुरुआत अच्छी रहेगी। देवगुरु बृस्पति पंचम भाव में और राहु चतुर्थ भाव को प्रभावित करेंगे तब आपकी बुद्धि प्रखर होगी। शनि की पंचम भाव में दृष्टि से शिक्षा में रुकावट आ सकती है, परंतु बृहस्पति के उपाय से यह समस्या दूर होगी। देव गुरु बृहस्पति आपके छठे भाव में जाएंगे और मंगल महाराज आपके पंचम भाव में आ जाएंगे तब पढ़ाई में आपका मन भी लगेगा और सफलता भी मिलेगी। करियर निर्माण में भाग्य का साथ मिलेगा। मनमाफिक पढ़ाई होने से सफलता मिलेगी। पढ़ाई में लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। धनु राशि के जातक बड़े बुजुर्गों की सेवा करें और उनसे आशीर्वाद लेते रहें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना शुभ फलकारी रहेगा। गुरुवार का व्रत रखना फलदायी रहेगा।