मेष राशि : आपकी कुंडली के तीसरे और छठे भाव के स्वामी बुध का चौथे भाव में गोचर हो रहा है। इस गोचर से आपको करियर, नौकरी या व्यापार में थोड़ी बहुत परेशानी खड़ी हो सकती है। कार्यक्षेत्र में रुकावट के कारण मानसिक रूप से आप परेशान रहेंगे। मेहनत का फल नहीं मिलेगा। आर्थिक समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। व्यर्थ का धन खर्च होगा। बगैर सोचे-समझे कोई निर्णय न लें, अन्यथा आप परेशानी में पड़ सकते हैं।
कर्क राशि : आपकी कुंडली के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध का पहले भाव में वक्री गोचर हो रहा है। ऐसे में, यह समय आपके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। सोच समझकर ही कार्य करें। नौकरी और व्यापार में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि आप अपने व्यवहार में सतर्कता और विनम्रता रखें। परिस्थिति को समझकर ही निर्णय लें। यह गोचर आपके लिए काफ़ी खर्चे लेकर आ रहा है।
मकर राशि : आपकी कुंडली के छठे और नौवें भाव के स्वामी बुध का आपके सातवें भाव में वक्री गोचर होगा। बेहतर होगा कि आप इस अवधि प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में कोई भी निर्णय लेने से पहले अच्छे से विचार कर लें, अन्यथा विवाद हो सकता है। सेहत की दृष्टि से बुध का वक्री होना तनाव बढ़ा सकता है, इसलिए अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने में देरी का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी से किसी भी बात पर बहस करने से बचें। धैर्य बनाए रखें और अपना आपा खोने से बचें।
कुंभ राशि : आपकी कुंडली के पांचवें और आठवें भाव के स्वामी बुध का गोचर छठे भाव में होगा। इस अवधि में आर्थिक मामलों के कारण आप परेशान रहेंगे क्योंकि आपके खर्चों में वृद्धि होने की संभावना है। कोर्ट कचहरी के मामले में निर्णय में देरी होने की संभावना हो सकती है। आपकी सेहत खराब रह सकती है इसलिए विशेष ध्यान रखें। करियर और नौकरी में अधिक परिश्रम करना होगा। इस अवधि के दौरान अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें। सकारात्मक सोचें।