धनु राशि वाले जातकों का शरीर सुगठित व संतुलित होता है। गुरु के प्रभाव के कारण ये विद्वान एवं प्रतिभाशाली होते हैं। धनु राशि वाले जातक सुंदर व प्राय: गौर वर्ण वाले होते हैं। उनका मस्तक चौड़ा होता है। धनु राशि एक अग्नि तत्व राशि है इसके प्रभाव से धनु राशि वाले साहसी एवं किसी भी परिस्थिति में हार ना मानने वाले होते हैं। वे उग्र व महत्वाकांक्षी होते हैं। वे कठिनतम समस्याओं को भी अपने विवेक-बुद्धि से सुलझाने में सक्षम होते हैं।
धनु एक द्विस्वभाव राशि है। इसके कारण धनु राशिवाले शीघ्र किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाते। उनमें निर्णय लेने की स्थिति अक्सर 'पल में तोला, पल में मासा' वाली होती है। वे खूब सोच-विचार कर ही कोई निर्णय लेते हैं। गुरु के प्रभाव के कारण धनु राशि के जातक आस्तिक होते हैं। इस राशि के जातक सात्विक होते हैं।
धनु राशि वाले जातक प्राय: अत्यंत उदारवादी व आध्यात्मिक किस्म के होते हैं। धनु राशि वाले अधिकतर शासकीय सेवा, न्यायाधीश, वकील, अध्यापक, शिक्षाविद, ज्योतिषी, लेखक, वक्ता, राजनेता, धर्मगुरु, उपदेशक आदि क्षेत्रों में अधिक सफल होते हैं।