राकेश शर्मा

सभी पेशों की अपनी एक नियमावली होती है, जो उस पेशे को अद्वितीय बनाती है, जैसे पुलिस या कानून से जुड़े पेशे के लिए सत्यता और निष्पक्षता सर्वोपरि होती है तभी...
आंकड़ों का नाम सुनकर सबसे पहले दिमाग में जो चीज उभरती है, वो है ऊंचे-नीचे ग्राफ और रेखाओं का जाल। वास्तव में यह जाल भारत की जनता को फंसाने के लिए सरकारें...
भारतीय समाज में राजनीति को प्रबुद्ध वर्ग द्वारा हमेशा से गंदी कीचड़ कहा जाता रहा है, परंतु मैं समझता हूं कि इस कीचड़ में उतरने की लालसा हर किसी के अंतरमन...
प्रकृति ने प्रत्येक प्रजाति को अपनी प्रगति तथा जीवित रहने के लिए समान अवसर संतानोत्पत्ति द्वारा दिया है, जो हर प्रजाति में नर और मादा दो प्राणियों द्वारा...
इन दोनों में क्या फर्क है? सामान्य तौर पर इन दोनों शब्दों का एक ही तात्पर्य निकाला जाता है, पर काफी विचार करने के पश्चात अपनी बुद्धि और विचारों की पराकाष्ठा...
आज के वर्तमान भारतीय परिप्रेक्ष्य में यदि फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग से कोई पूछे कि आपने जिस मंशा या जिस उपयोग को सोचकर फेसबुक जैसे सोशल प्लेटफॉर्म...