सचिन कुमार जैन

स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार
जब भावनाओं के झूठे-हिंसक-बर्बर उबाल से दिमाग शांत हो जाए तो थोडा सब्र से इन बिन्दुओं को पढना. इन्हें एक बार फिर से पढना; यदि आपको लगे कि इसे पढ़ लिया है,...
अनुपम जी के बारे में लिखना लगभग असंभव है। यदि उन्हें समझना हो, तो उनका लिखा हुआ पढ़ना चाहिए। अकसर दर्शन और धर्म से जुड़े प्रवचनों में 'विनम्रता' का बखान...