अरूण कुमार जैन

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा 1917 में भरुच (गुजरात) में सर्वप्रथम राष्ट्रभाषा के रूप में हिन्दी को मान्यता प्रदान की गई थी। तत्पश्चात 14 सितंबर 1949...
उन दिनों राज्य परिवहन निगम मोनोपाली में चलता था, अच्छी बसें, अच्‍छा मुनाफा। फिर इस मोनोपाली को कतिपय सत्ताधारियों की नजर लगी। मोनो उतर गया, पाली और पाले...
प्रकृति-प्रदत्त तोहफों में यह सर्वदा सत्यापित है कि जो भी परिवर्तन होते हैं, वह अचानक या एकदम नहीं होते वरन् वे परिवर्तन धीरे-धीरे होते हैं। धीरे-धीरे...
यह हकीकत है कि छत्तीसगढ़ में चलने वाले विभिन्न उद्योग और औद्योगिक घराने नक्सलियों को बाकायदा माहवारी रुपया देते हैं ताकि उनकी औद्योगिक गतिविधियां और उनके...
कहते हैं जितनी अक्ल बादाम खाने से नहीं आती, उससे ज्यादा धोखा खाने से आती है। हमने अपने सगे-संबंधियों से ज्यादा अपने पड़ोसियों का भरोसा किया है और पड़ोसियों...
सत्तापक्ष कुर्सी के कारण एक हैं वरना उसमें कई खांचे हैं, संतरे-सी सत्रह फांकें हैं। वह तो भला हो कि उनके ऊपर कड़क निगरानी की दो जोड़ी आंखें हैं जिसके कारण...