यदि आप अपने कुल, परिवार का नाम आगे बढ़ाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप कुछ अलग करें, करके दिखाएं। तभी आपकी भी अपनी अलग पहचान बनेगी, वर्ना लकीर के फकीर बनकर...
सिकंदर अपने गुरु अरस्तु के साथ एक बार बरसात के दिनों में कहीं जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक उफनता हुआ नाला मिला। इस पर गुरु-शिष्य में पहले नाला पार करने...
गाँव की चौपाल पर ग्राम प्रधान अपने कुछ साथियों के साथ हुक्का पी रहे थे। उनके साथ उनका पोता भी बैठा हुआ था। उनको हुक्का गुड़गुड़ाते देख उसे अच्छा नहीं लग...
एक बार दरबार में देर से पहुँचने पर बीरबल ने अकबर को सफाई दी- हुजूर, पत्नी के काम से बाजार चला गया था, इसलिए देर हो गई। बादशाह बोले-क्या जोरू के गुलामों...
एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल को एक बकरी देते हुए कहा- हम चाहते हैं कि आप इसे एक महीने अपने पास रखें। इस दौरान इसे दोगुनी खुराक दी जाए लेकिन इसका वजन न रत्तीभर...
एक दूधिया यानी दूध वाले का एक हलवाई से विवाद हो गया। मामला हाकिम के सामने पहुँचा। वह बड़ा ही भ्रष्ट था। हलवाई को यह बात मालूम थी। इसलिए वह एक कीमती पगड़ी...
एक बार एक व्यापारी को काफी घाटा हुआ। उसने एक महाजन से कर्ज लेकर व्यापार को आगे बढ़ाया। जल्द ही सब कुछ ठीक हो गया। कर्ज वापसी की मियाद पूरी होने पर महाजन...
अरब के सुल्तान सफर में हमेशा मुल्ला नसरुद्दीन को अपने साथ ले जाते थे। एक बार उनका कारवाँ दूरदराज के एक छोटे से गाँव से होकर गुजर रहा था। उसे देखकर सुल्तान...
एक नवविवाहित युवक अपनी माँ और पत्नी के बीच बढ़ते मनमुटाव से बेचैन था। 'बेटा, बहू को समझा लेना।' 'देखिए, माँ को समझा दीजिए।' ये संवाद रह-रहकर उसके कानों...
एक जमींदार को दुनियादारी की बहुत फिक्र रहती थी। वह दिन-रात दूसरों की समस्याएँ सुलझाता रहता था। आसपास के गाँवों में होने वाले हर कार्यक्रम में वह अनिवार्य...
पंडित जवाहरलाल नेहरू सन् 1939 में एक बार बड़ौदा के दौरे पर थे। वे वहाँ रेहाना तैयबजी के घर पर ठहरे। रेहाना के साथ उनकी अम्माजान रहती थीं जो कि उन दिनों...
फ्रांस के प्रसिद्ध लेखक विक्टर ह्यूगो एक बार सेलून में बैठकर दाढ़ी बनवा रहे थे। अचानक वे नाई को रोकते हुए बोले- थोड़ी देर ठहरो। इसके बाद उन्होंने सामने टेबल...
एक बहुत मोटे पेटू पंडित थे। पितृपक्ष में एक यजमान ने उन्हें एक दिन इस शर्त पर न्यौता दिया कि उस दिन वे केवल उसी के यहाँ भोजन करेंगे। हाँ, दक्षिणा वे जितनी...
बात 1 जनवरी 1966 की है। दिल्ली में 7, सफदरजंग रोड के सामने धवल निवास के बगीचे में प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। दो सौ से अधिक पत्रकार एक महिला पर प्रश्नों...
आम का मौसम था। बादशाह अकबर अपनी बेगम और बीरबल के साथ बैठकर चूसा आम का मजा ले रहे थे। तभी अकबर को एक ठिठोली सूझी। वे नजरें बचाकर अपनी गुठलियाँ और छिलके...
एक बार कौशल नरेश मल्लिक रथ पर सवार होकर एक सँकरे पुल से गुजर रहे थे। तभी सामने से एक और रथ आ गया। इस पर सामने वाले रथ का सारथी बोला- वाराणसी नरेश ब्रह्मदत्त...
युद्ध में हर तरफ से मुँह की खा रहे रावण ने अपने सेवकों को आदेश दिया कि वे कुंभकर्ण को जगाकर लाएँ। कुंभकर्ण को ब्रह्माजी का वरदान था कि वह लगातार छः माह...
हजरत लुकमान बहुत ही भले इंसान थे। सभी उन्हें बहुत पसंद करते थे, यहाँ तक कि उनके मालिक भी। घर में कोई खाने-पीने या लेने-देने की चीज आती तो वे उसमें लुकमान...
इंग्लैंड के प्रसिद्ध कवि वायरन एक बार स्वास्थ्य लाभ के लिए जेनेवा में ठहरे हुए थे। वहाँ उनके बचपन का एक दोस्त उनसे मिलने पहुँचा। उसे देखकर उनका मन प्रफुल्लित...
एक बार मुर नामक दैत्य ने देवताओं को हराकर॥ इन्द्रलोक पर कब्जा कर लिया। दुःखी देवों ने शिवजी के कहने पर विष्णुजी से सहायता माँगी। इस पर विष्णु मुर से युद्ध...