योग संदेश

बच्चे के जन्म के बाद उसे माँ का दूध पिलाना चाहिए। बच्चे के लिए माँ का दूध जीवन दायिनी शक्ति होता है और बच्चे को कई रोगों से बचाता है। बच्चे को दो-तीन घंटे...
जब तक बच्चा माँ का दूध पीता है तब तक दूध को पचाने के लिए किसी घुट्टी या ग्राइपवाटर की आवश्यक्ता नहीं है। जब तक बच्चा माँ का दूध पीये तब तक माँ को चाहिए...
माँ को सदा प्रसन्नचित होकर और समय से प्रायः तीन घंटे के अंतराल से ही शिशु को दूध पिलाना चाहिए। गुस्से या मानसिक तनाव में स्तनपान न कराएँ। नहाकर या सिर...
बच्चे को स्तनपान जरूर कराएँ। रोजाना सुबह उठते ही बच्चे को चार बूँद शहद बच्चे को चटा दें। इससे बच्चे की सभी बीमारियों से रक्षा होती है और उसके वजन में भी...
पाँच माह के बच्चे को दोपहर में एक पूरे संतरे का रस छानकर दे सकते हैं। टमाटर का रस भी बच्चे को फायदा करता है। आप चाहे तो टमाटर को पीसकर उसका छाना हुआ रस...
बच्चे को नहलानें से पहले हर रोज या सप्ताह में दो-तीन बार सरसों या जैतून के तेल की मालिश करके नहलायें। इससे शिशु मोटे और शक्तिशाली होते हैं। छः माह के...
बच्चे को दूध बोतल से नहीं देकर कटोरी- चम्मच की सहायता से पिलाना चाहिए। छः से सात माह के बच्चे को चावल, पतली खीर, आलू एवं सब्जियाँ, पतली खिचड़ी आदि देना...
नौ माह के शिशु को धीरे-धीरे थोड़ा सा ठोस आहार देना प्रारंभ करें जैसे- खिचड़ी, दलिया, बिना मसाले की दाल और सब्जियाँ, दाल-भात, छाछ, दही, सूजी, साबूदाना, बिना...
सामान्य तौर पर एक से डेढ़ साल तक शिशु का गाय का दूध पिलाएँ। बच्चे को भोजन सुपाच्य भी होना चाहिए। रोटी और अन्य गरिष्ट पदार्थ बच्चे को न दें। बच्चे के भोजन...
बच्चे की मूत्र क्रिया को काबू करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि रात को सोने से पूर्व बच्चे को मूत्र करवा दिया जाए ताकि सुबह-सुबह उठने पर उसके मूत्राशय...
तीन माह के बच्चे को शुरू में दिन में दो- तीन मिनट गोद में उल्टा लिटाना चाहिए। उसके बाद जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाए उसी के अनुसार उल्टा लिटाने का समय...
छः माह के बच्चे को माँ के दूध के साथ-साथ गाय का दूध भी दिया जा सकता है। आप बच्चे को जो भी दूध दें। यदि उसके प्रयोग से बच्चे को कोई हानि मालूम हो तो फिर...