टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने गुरुवार को कहा कि समूह नैनो की ‘गरीब आदमी की कार’ के रूप में बनी पहचान को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
ऑटो एक्सपो 2012 में यहां पहुंचे टाटा ने स्वीकार किया कि आरंम्भिक समस्याओं के चलते नैनो ने बेहतर संभावनाओं के शुरुआती अवसर खो दिए। उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स नैनो से ‘गरीब आदमी की कार’ का तमगा हटाने के हर संभव प्रयास करेगी।
मीडिया के साथ बातचीत में टाटा ने कहा कि नैनो की साख पर बट्टा लगाने के कई प्रयास किए गए। हमने इसे (नैनो) गरीब आदमी की कार के तौर पर कभी भी आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि इसे एक वाजिब कीमत पर उपलब्ध पारिवारिक कार के तौर पर पेश किया। बाजार में इसको लेकर जो भी शंकाएं हैं, हम उसे दूर करेंगे।
नैनो में आग लगने जैसी घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विभिन्न वेंडरों से अलग अलग कल-पुर्जे आने की वजह से यह दिक्कतें आईं। इसे उन्नत किए जाने के बाद इस तरह की दिक्कतें नहीं आएंगी।
नैनो परियोजना के लिए ब्रेक-इवेन के समय के बारे में पूछे जाने पर, टाटा मोटर्स के वाइस चेयरमैन रवि कांत ने कहा कि जहां तक संख्या का संबंध हैं हम न लाभ और न ही घाटे (ब्रेकइवेन) की समयसीमा के साथ चल रहे हैं। (भाषा)