प्राण प्रतिष्ठा के बाद कैसे होगी रामलला की रोज पूजा?
प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की पूजा, रामानंदी परंपरा से थोड़ी अलग होगी क्योंकि यहां भगवान श्री राम को रामलला के रूप में पूजा जाएगा। रामलला की पूजा के दौरान उनके लालन-पालन और खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाएगा। रामलाल को शयन से उठाने के बाद लाल चंदन और शहद से स्नान कराया कराया जाएगा। इसके बाद दोपहर को विश्राम और सांय भोग आरती के बाद शयन को जाने तक 16 मंत्रों की प्रकिया पूरी की जाएगी।
रामलला को कैसे लगाया जाएगा भोग?
रामलला को हर दिन और समय के अनुसार अलग-अलग व्यंजन परोसे जाएंगे। साथ ही रामलला को एक दिन में चार बार भोग लगाया जाएगा। रामलला के लिए भोग राम मंदिर की रसोई में तैयार किए जाएंगे।
रामलला की सुबह की शुरुआत बाल भोग से होगी जिसमें मिष्ठान का भोग लगाया जाएगा। इसके बाद रामलला को दोपहर के समय में राजभोग लगेगा, जिसमें दाल, चावल, रोटी, सब्जी, सलाद और खीर जैसे व्यंजन शामिल रहेंगे।