'वायरस में बदलाव कोई बुरी चीज़ नहीं'
कोरोना संक्रमित मरीज़ों से जुटाए गए डेटा का विश्लेषण शेफ़ील्ड में ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने भी किया है। उनका कहना है उन्हें पता चला है कि बदले हुए ख़ास कोरोना वायरस (D614G) से संक्रमित लोगों की संख्या ज़्यादा थी। हालांकि उन्हें ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला जिससे ये साबित हो सके कि ऐसे लोग ज़्यादा गंभीर रूप से बीमार होते हैं।