दिलनवाज़ पाशा
बीबीसी संवाददाता, श्रीनगर से लौटकर
सफ़ेद बादलों के बीच से गुज़रकर विमान नीचे उतरता है तो खिड़की से जहां तक आंखें देख सकती है, हरियाली ही नज़र आती है। पेड़ों से घिरे पहाड़ी घर, हरे खेत। खाली सड़कें। आसमान से देखें तो सब शांत लगता है, बिलकुल शांत। लेकिन विमान के अंदर देखें तो बेचैन चेहरे नज़र आते हैं। जिन्हें नहीं पता कि ज़मीन पर हालात कैसे हैं।