महामारी और मंदी के बावजूद एक कंपनी के शेयर से करोड़पति बनने वाले लोग

BBC Hindi

रविवार, 3 जनवरी 2021 (09:33 IST)
जस्टीन हार्पर, बिज़नेस रिपोर्टर, बीबीसी न्यूज़
टेस्ला के शेयर्स की बढ़ती क़ीमतों की वजह से साल 2020 में कई लोग करोड़पती बने हैं। इन्होंने ख़ुद को करोड़पति (मिलेनियर) या अरबपति (बिलेनियर) नहीं, बल्कि टेस्लानियर कहना शुरू किया है।

एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयरों की क़ीमत में साल 2020 के दौरान 700 फ़ीसद से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है। इसके साथ ही यह दुनिया की सबसे मूल्यवान कार कंपनी बन गई है। लेकिन इस कंपनी में एक दशक पहले पैसे लगाने वाले निवेशकों के लिए यह एक उतार-चढ़ाव भरा सफ़र रहा है।
 
अमेरिका का सबसे बड़ा स्टॉक इंडेक्स
इस दौरान जो लोग टेस्ला पर भरोसा रखते हुए इसके साथ बने रहे उनके लिए अब यह एक बहुत फ़ायदे का सौदा बन चुका है। बीते साल दिसंबर के महीने में टेस्ला एस एंड पी-500 का हिस्सा बनी जो अमेरिका का सबसे बड़ा स्टॉक इंडेक्स है। एप्पल, माइक्रोसॉफ़्ट और फ़ेसबुक जैसी कंपनियाँ इसका हिस्सा हैं।
 
टेस्ला के शेयरों की क़ीमत में दिसंबर के महीने में ज़बरदस्त इजाफ़ा देखने को मिला और ये इस इंडेक्स की टॉप दस कंपनियों में शामिल हो गई। अब टेस्ला के स्टॉक की क़ीमत जनरल मोटर्स, फ़ोर्ड, फ़िएट क्राइस्लर ऑटोमोबाइल्स और टोयोटा की संयुक्त क़ीमत से भी ज्यादा है।
 
इलेक्ट्रिक कारों की तरफ बढ़ता रुझान
इसके बावजूद यह जानकर आपको ताज्जुब होगा कि ये अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की तुलना में उनके एक बहुत छोटे हिस्से के बराबर ही कार का निर्माण करती है।
 
निवेशक कंपनी ग्रेनाइट शेयर्स के चीफ़ एग्जिक्यूटिव वील राइंड का कहना है कि "जिन निवेशकों ने शुरुआत में ही इसके शेयर खरीद लिए थे, वो काफ़ी फ़ायदे में रहे हैं और कुछ तो अब करोड़पति बन चुके हैं।"
 
टेस्ला के शेयरों की क़ीमत में वृद्धि की एक बड़ी वजह चीन में इसकी मांग में आई बढ़ोत्तरी रही है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी की उम्मीद से भी इसमें वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक कारों की तरफ बढ़ते रुझान ने टेस्ला जैसी कंपनियों को एक अहम स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है।
 
कई निवेशकों का यह भी मानना है कि टेस्ला के दूसरे व्यवसायों में भी मज़बूती से इजाफ़ा होने वाला है। इसमें स्वचालित ड्राइविंग सॉफ़्टवेयर और बैट्री पावर स्टोरेज जैसे व्यवसाय शामिल हैं।
 
ज़रूरत से ज़्यादा भाव?
जून 2010 में टेस्ला के शेयर मात्र 17 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से बाज़ार में आए थे। इस हफ़्ते इसकी क़ीमत 650 डॉलर से भी अधिक हो चुकी है। महामारी के बावजूद साल 2020 में इसके शेयर की क़ीमतों में आई वृद्धि को लेकर टेस्ला के आलोचकों का मानना है कि इसे काफी अधिक आंका जा रहा है।
 
दिसंबर की शुरुआत में वित्तीय संस्था जेपी मॉर्गन के विशलेषकों ने लिखा था, "टेस्ला के शेयरों का हमारी नज़र में ना सिर्फ़ सारे परंपरागत मापदंडों के हिसाब से अधिक मूल्यांकन किया जा रहा है बल्कि नाटकीय तरीके से इसमें इजाफा दर्ज किया जा रहा है।" लेकिन कुछ दूसरे निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला को महज एक कार कंपनी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
 
निवेश कंपनी ओआनडा के एक वरिष्ठ मार्केल एनालिस्ट एडवर्ड मोया कहते हैं, "कई निवेशकों के लिए टेस्ला को लेकर जो उत्साह है वो सिर्फ़ एक कार कंपनी के नाते नहीं है। ये कार कंपनी से कहीं अधिक बढ़कर है। इसकी बैट्रियों की कामयाबी आय के कई और स्रोतों के दरवाजे भी खोलेंगे।"
 
राइंड कहते हैं कि, "जीवाश्म ईँधन से इलेक्ट्रिल पावर और स्टोरेज पैदा करने में टेस्ला की भूमिका के बारे में सोचिए। इस लिहाज से देखे तो निवेशकों के सामने बड़ा सवाल यह है कि वो भविष्य की तकनीक का मूल्यांकन कैसे करें?" टेस्ला घरों के लिए सोलर पैनल और बैक-अप पावर भी तैयार करती है।
 
टेस्ला से करोड़पति बने लोगों की कहानी
ऐसे निवेशकों की बड़ी संख्या है जो टेस्ला के उज्ज्वल भविष्य को लेकर आशान्वित हैं। लॉस-एंजिल्स के इंजीनियर जैसन डी-बोल्ट ने टेस्ला में पहली बार जब निवेश किया था तब उन्होंने 2,500 शेयर 19,000 डॉलर में खरीदे थे। वो कहते हैं, "मैंने पहली बार 2013 में टेस्ला में टेस्ला मॉडल एस खरीदने और फैक्ट्री का दौरा करने के बाद निवेश शुरू किया।"
 
तब से वो कंपनी के शेयर खरीदे जा रहे हैं। उनके पास अब कंपनी के 15,000 शेयर हैं जिसकी क़ीमत करीब एक करोड़ डॉलर है। वो इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि एक लंबे वक्त के निवेशक के तौर पर यह उतार-चढ़ाव वाला सफर रहा है।
 
वे कहते हैं, "मीडिया की ओर से एलन मस्क और टेस्ला पर हमला देखना एक मुश्किलों भरा अनुभव था। यह मेरे लिए शेयर की क़ीमतों में गिरावट से भी ज्यादा बुरा था। मुझे पता था कि आख़िरकार इन्हें जवाब मिलेगा।"
 
जैसन डी-बोल्ट टेस्ला शेयरहोल्डर्स क्लब के सदस्य हैं और फेसबुक ग्रुप के माध्यम से वो दूसरे निवेशकों से हमेशा बात करते रहते हैं। न्यूयॉर्क के रहने वाले स्कॉट टिसडेल ने 2013 में मॉडल एस देखने के बाद से टेस्ला में निवेश शुरू किया था। उनके पास 4000 शेयर है जिसकी क़ीमत आज की तारीख में 28 लाख डॉलर है। वे कहते हैं, "मैंने इसमें निवेश करना बंद नहीं किया है जबकि इसकी कामयाबी की कहानी तो अब शुरू होने वाली है। लोग तब से इसे अधिक भाव देना वाले बताते रहे हैं जब से मैंने इसे खरीदना शुरू भी नहीं किया था।"
 
आगे क्या हैं चुनौतियाँ
विशेषज्ञों का मानना है कि साल 2021 में शायद ही टेस्ला के शेयर में फिर से 700 फ़ीसद की बढ़ोत्तरी देखने को मिले और इससे टेस्ला के शेयरधारक उस तदाद में करोड़पति ना बन पाए।
ये विशेषज्ञ एप्पल जैसी कंपनियों से चुनौती मिलने की भी बात करते हैं।
 
एप्पल अपने चीनी प्रतिद्वंद्वियों के साथ मिलकर इलेक्ट्रिक कार के निर्माण की योजना को फिर से शुरू करने की तैयारी में है। ओआनडा के मोया कहते हैं, "टेस्ला के सामने बड़ी चुनौतियाँ हैं और वो इसके लिए बड़ा जोखिम ले सकते हैं।" विशेषज्ञ अकेली कंपनी में निवेश करने को लेकर भी चेतावनी देते हैं और इसकी जगह वो वहाँ निवेश करने की सलाह देते हैं जहाँ आपका पैसा कई कंपनियों में निवेश होता है।
 

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