ओरल सनस्क्रीन क्या है? (What is Oral Sunscreen)
सनस्क्रीन का प्रयोग क्रीम, लोशन या फिर स्प्रे में रूप में किया जाता है। क्रीम और लोशम के रूप में इस्तेमाल किया जाना वाला सनस्क्रीन डायरेक्ट स्किन पर लगाया जाता है। यह हमारी स्किन पर एक केमिकल अवरोध बनाकर काम करते हैं, जो हानिकारक यूवी किरणों को अवशोषित या प्रतिबिंबित करता है, इससे हमारी स्किन डैमेज नहीं होती है। जबकि ओरल सनस्क्रीन शरीर के अंदर से सुरक्षा प्रदान करके एक अलग दृष्टिकोण अपनाता है।
ओरल सनस्क्रीन सप्लीमेंट में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन्स और प्राकृतिक अर्क होता है। यह यूवी विकिरण के खिलाफ शरीर को सुरक्षित रखने में मददगार हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि ये तत्व फ्री-रेडिकल्स के कणों को बेअसर करते है। इससे सेलुलर क्षति से बचाव किया जा सकता है। साथ ही समय से पहले स्किन पर एजिंग इफ़ेक्ट आने से रोक सकता है।
ओरल सनस्क्रीन कैसे काम करता है? ( How does oral sunscreen work? )
दरअसल, ओरल सनस्क्रीन में विटामिन सी और ई जैसे एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीपोडियम ल्यूकोटोमोस अर्क होते हैं। यह अर्क यूवी विकिरण के प्रति स्किन की लचीलापन को बढ़ाते हैं। क्रीम या फिर लोशन के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली सनस्क्रीन ऊपरी स्किन पर काम करती है। वहीं, ओरल सनस्क्रीन का लक्ष्य अंदर से बाहर तक सूर्य की किरणों से प्रोटेक्ट करना है।
ओरल सनक्रीन के नुकसान ( Oral Sunscreen Side Effects )
ओरल सनस्क्रीन को लेकर रिसर्च काफी सीमित हैं। कुछ लोग इसकी प्रभावशीलता को स्वीकार करते हैं। वहीं, कुछ विशेषग्य इसकी प्रभावशीलता को नकारते हैं। ओरल सनस्क्रीन को पारंपरिक सनस्क्रीन की जगह पर पूरी तरह से प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता है। इसका उपयोग धूप से बचाव के अन्य उपायों के साथ करना सबसे अच्छा है, जैसे सुरक्षात्मक कपड़े पहनना, धूप में अधिक समय तक न रहना, इत्यादि। हर व्यक्ति में ओरल सनस्क्रीन की प्रभावशीलता अलग-अलग हो सकती है।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।