आयोग ने बीते सात अक्टूबर को नालंदा में एक चुनावी रैली के दौरान यादव की ओर से की गई कथित टिप्पणी पर संज्ञान लिया था। यादव ने कहा था, 'जो अपना वादा पूरा नहीं करते, तो हिंदुओं को स्वर्ग में जगह नहीं मिलेगी और मुस्लिम जन्नत में अल्लाह से नहीं मिल पाएंगे।'
चुनाव आयोग ने कहा कि किसी मतदाता के स्वतंत्र मतदान के अधिकार में दखल देना और उसे यह यकीन दिलाने की कोशिश करना कि वह दैवीय क्रोध का शिकार हो जाएगा, दरअसल आईपीसी के साथ-साथ 1951 के जनप्रतिनिधित्व कानून के प्रावधानों का भी उल्लंघन है।