यह किसी दवाई कंपनी का दावा नहीं बल्कि एक शोध का निष्कर्ष है। एक नए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि जिन लोगों के सोने के कमरे में टेलीविजन होता है वे उन लोगों की तुलना में अधिक सेक्स करते हैं जिनके कमरे में टीवी नहीं होता है।
इस निष्कर्ष से आपका दिमाग भ्रमित हो सकता है या आप उन लोगों में से हैं जिनके बेडरूम में टीवी है और इस बात को सच मानते हैं कि यह पूरी तरह स्पष्ट बात है कि कमरे में टीवी होने पर ऐसा ही होता है।
कुछ समय पहले इस बात को लेकर शोध किया गया कि सेक्स लाइफ पर टीवी का क्या असर पड़ता है। इसके लिए 2431 लोगों से सवाल किए गए। जितने प्रतिभागियों ने इस सर्वेक्षण में भाग लिया उसमें से आधे से अधिक (करीब दो तिहाई) ने माना कि उनकी सेक्स लाइफ अधिक स्वस्थ है क्योंकि उनके सोने के कमरे में टेलीविजन है। इसमें से 50 फीसद इस बात को लेकर बहुत उत्साहित थे कि वे सेक्स करते समय अपना प्रिय टीवी शो देख सकते थे।
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जो लोग अपने शयन कक्ष में टीवी नहीं रखते हैं, उनमें से 26 फीसदी मानते हैं कि बेडरूम में टीवी रखने से उनकी सेक्स लाइफ प्रभावित होगी और वे इसके विपरीत प्रभाव से बचने के लिए टीवी रखना पसंद नहीं करते हैं। लेकिन जो लोग बेडरूम में टीवी रखते हैं, उनमें से 37 फीसद का कहना है कि इससे उनकी सेक्स लाइफ में सुधार आता है क्योंकि वे सेक्स के साथ साथ कामोत्तेजक फिल्में और कार्यक्रम भी देख सकते हैं। जो लोग बेडरूम में टीवी के पक्षधर हैं, उनका कहना है कि जब बेडरूम में टीवी हो तो कामोत्तेजना बढ़ाने में पोर्न देखने से अच्छा और कोई उपाय नहीं है।
लेकिन, यह बात भी है कि बेडरूम में टीवी रखने वालों में से प्रत्येक ऐसा नहीं होता है कि वह 'गंदी' फिल्में ही देखें। वास्तव में 29 फीसदी लोगों का मानना है कि उनका साथी कुछ बोरिंग लगा सकता है और इस कारण से वे सेक्स के दौरान अनमने हो सकते हैं। पर इनमें से 14 फीसद प्रतिभागी ऐसे थे, जिन्होंने माना कि बेडरूम में टीवी होने से वे अपने साथी के और करीब आ गए। इसका एक अर्थ यह भी हो सकता है कि लोगों को अपने टीवी से प्यार होता है और इस कारण से वे इसे देखते रहना पसंद करते हैं।
सेक्स में क्या है गर्व करने लायक... पढ़ें अगले पेज पर....
वर्ष 2012 में एक सर्वेक्षण किया गया था जिसमें पाया गया था कि एक औसत ब्रिटिश नागरिक प्रतिदिन अपने नौ घंटे टीवी देखने में खर्च करता है जबकि इनमें से तीन घंटे रिपीट कार्यक्रमों और घटिया कंटेंट पर खर्च होता है। क्या घटिया है या क्या बढि़या यह पूरी तरह से एक व्यक्तिपरक बात है, लेकिन इतना तय है कि जो समय आप टीवी देखने में लगाते हैं, वह आपको दोबारा मिलने से तो रहा।
लेकिन, अगर आप टीवी देखने के साथ-साथ सेक्स भी करते हैं तो आपके बूढ़े होने पर नौ वर्ष सेक्स करने पर भी खर्च किए होते हैं। अगर आप अपने जीवन में नौ वर्ष तक सेक्स करते हैं तो यह बात भी गर्व करने लायक है। हालांकि आप इस तथ्य को भूल जाना चाहेंगे कि इस दौरान आपने क्वालिटी प्रोग्रामिंग का भी आनंद लिया।