टूटे दिल का बैंक पर भी असर!

शोधकर्ताओं का कहना है कि महिलाओं का टूटा दिल बैंक पर भी असर डाले बिना नहीं रहता है। उनका कहना है कि जब उनका कोई रिश्ता टूट जाता है तो वे अन्य किसी समय के मुकाबले इस समय सबसे ज्यादा शॉपिंग करती हैं। इसका यह भी अर्थ हो सकता है कि जब महिलाओं के मनोभाव बदलते हैं तो शॉपिंग करने निकल पड़ती हैं।

शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि उनके सबसे ज्यादा महंगी खरीददारी तब की गई थी जबकि उनका किसी से रिश्ता टूटा था। किसी भी अन्य दिन की खरीददारी की तुलना में रिश्ता टूटने की खरीददारी प्रतिदिन औसतन 43 पाउंड थी।

डेली मेल ऑनलाइन में छपे एक लेख के अनुसार इस निष्कर्ष को निकालने के लिए शोधकर्ताओं ने करीब दो हजार महिलाओं पर अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि एक रिश्ता टूटने के बाद खरीददारी करने निकली महिला नए कपड़ों, जूतों और अन्य सामान पर करीब 43 पाउंड तक खर्च करती है और निश्चित तौर पर ऐसा करने से उनके दिल का दर्द कुछ हद तक कम हो जाता है। जबकि अन्य किसी दिन पर उनका खर्च करीब 39 पाउंड होता है और अगर वे खाली समय बिताने के लिए या मन बहलाव के लिए बाजार जाती हैं तो उनका खर्च और भी कम करीब 29 पाउंड होता है।

एक साइट क्विडको डॉट कॉम ने इस अध्ययन को करवाया था और इस तरह की खरीद को रिटेल थेरेपी का नाम दिया। कंपनी की एंडी ओल्डहाम का कहना है कि हालांकि महिलाएं इस बात का खयाल रखती हैं कि उनसे अधिक पैसे खर्च ना हो जाएं क्योंकि उन्हें अगले ही दिन पछताना भी पड़ सकता है।

 

क्या शॉपिंग से मूड ठीक होता है... पढ़ें अगले पेज पर....


अध्ययन के दौरान दस में से नौ महिलाओं ने माना कि शॉपिंग के दौरान उनका मूड तय करता है कि वे कितना कम या अधिक खर्च करती हैं। पर आधी से अधिक महिलाओं का कहना था कि अगर वे किसी विशेष मूड में होती हैं तो खरीददारी करने ही नहीं जाती हैं। पर कुछ महिलाओं के लिए अपने मनोभावों पर काबू पाने का बेहतर तरीका कार्ड से या ऑनलाइन शॉपिंग करना होता है और इससे उनका मूड ठीक हो जाता है।

अगर महिलाएं बोरियत महसूस करती हैं तो औसतन 28 पाउंड से कम राशि खर्च करती हैं। अगर किसी से विवाद के बाद वे बाजार जाती हैं तो आमतौर पर 26 पाउंड की खरीददारी करती हैं। महिलाओं के भावनात्मक ट्रिगर इस तरह से भी समझा जा सकता है। किसी रिश्ते के टूट जाने के बाद उनकी खरीददारी होती है 42.63 पाउंड तक की, वेतन मिलने के दिन पर खरीददारी होती है 39.33 पाउंड की, विंडो शॉपिंग या ब्राउजिंग पर खरीद होती है 28.85 पाउंड की, बोरियत महसूस होने पर खरीददारी होती है 27.77 पाउंड की, किसी से झगड़ा होने के बाद खरीददारी होती है 25.92 पाउंड की और अगर आपका दिन खराब गुजरा हो तो खरीददारी होती है 25.02 पाउंड की।

प्रत्येक दो में से एक महिला किन्हीं ऐसे लोगों के शॉपिंग करने नहीं जाती क्योंकि ऐसा करने से वे ज्यादा खर्च करने को प्रोत्साहित हो जाती हैं। लेकिन 79 फीसद महिलाएं यह तय कर लेती हैं कि उन्हें खरीददारी पर तय रकम ही खर्च करनी है, जबकि 32 फीसद मानती हैं कि वे ऑनलाइन की बजाय स्टोर में जाने पर ज्यादा खर्च कर देती हैं।

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