लिंग में लगातार उत्तेजना से मौत..!

सोमवार, 23 जून 2014 (12:07 IST)
मॉम्बो, जिम्बॉब्वे। इस देश के मॉम्बो के जारांयिका रोड में रहने वाले 34 साल के शेल्टन डिंगांगा की एक पार‍म्परिक वैद्य के पास इलाज कराने के दौरान मौत हो गई। बताया जाता है कि एक घंटे की अति उत्तेजना के बाद उसे इलाज के लिए लाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। डिंगांगा उस समय बहुत बड़ी मुसीबत में फंस गया था जबकि वह एक शादीशुदा महिला के साथ हमबिस्तर था क्योंकि वह तभी से अति उत्तेजना का शिकार हुआ था।

उसके एक रिश्तेदार का कहना है कि उसने अपने एक रिश्तेदार की पत्नी के साथ सेक्स किया था लेकिन सेक्स करने के बाद भी उसका प्राइवेट पार्ट उत्तेजित अवस्था में ही बना रहा। उल्लेखनीय बात यह है कि यह घटना नवंबर, 2012 की है लेकिन इसे परिजनों ने एक रहस्य बनाए रखा था लेकिन पिछले सप्ताह ही डिंगांगा के रिश्तेदारों ने इस बात को उजागर किया। तब जाकर डिंगांगा के मौत के कारण की जानकारी हुई।

 

उत्तेजना के बाद ऐसा क्या हुआ कि मौत हो गई... पढ़ें अगले पेज पर...

 


उसके पड़ोसियों का कहना है कि जब उन्हें डिंगांगा की मौत की खबर मिली थी तो वे आश्चर्यचकित रह गए थे क्योंकि उसके परिजनों ने उसकी मौत की बीमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। उनका कहना है कि सेक्स के बाद जहां डिंगांगा का प्राइवेट पार्ट उत्तेजित बना रहा वहीं अन्य गोपनीय अंगों में बहुत अधिक सूजन आ गई थी।

स्थानीय प्रेस को उसके एक पड़ोसी ने जानकारी दी थी कि क्वेक्वे से वापस लौटने के बाद डिंगांगा एकाएक जैसे गायब हो गया था। क्वेक्वे में उसका एक रिश्तेदार रहता था जिसकी पत्नी के साथ उस इश्क चल रहा था।

उसके पड़ोसी का कहना था ‍कि जब उसके परिजनों ने हमें उसकी मौत की जानकारी दी तो हमें बड़ा आश्चर्य हुआ था। उसके परिवार के लोगों ने हमें उसकी मौत और दफनाए जाने के इंतजामों के बारे में जानकारी दी थी। उसके पड़ोसी ने बताया कि एमकोबा कब्रिस्तान में शोकाकुल लोगों को यह जानकारी मिली थी कि क्वेक्वे में एक महिला संबंधी के साथ सेक्स करने के बाद उसका प्राइवेट पार्ट उत्तेजित अवस्था में ही बना रहा।

इस बात की आंतरिक जानकारी उसके एक संबंधी ने दी थी। उसने डिंगांगा का जीवन बचाने की कोशिश की थी और उसने ‍डिंगांगा के परिजनों को उस अस्पताल ले जाने से रोका था क्योंकि यह बात सार्वजनिक हो सकती थी।

जब मीडिया ने जानना चाहा... पढ़ें अगले पेज पर....


वर्ष 2012 में जब मीडिया के लोगों ने उसके गांव पहुंचकर उसकी मौत के बारे में जानना चाहा था तब उनकी भेंट डिंगांगा की चाची सुश्री जैनेट गामा से हुई थी। उस समय श्रीमती गामा ने कहा कि तुम हमारे संबंधी की मौत का कारण क्यों जानना चाहते हो? हां, वह घर पर ही मर गया और उसने खुद को अस्पताल ले जाने से रोका था, लेकिन आप लोगों को सारी बातें बता देने से तो उसकी जिंदगी वापस नहीं आ जाएगी?''

इस समाचार के संबंध में उल्लेखनीय बात यह है कि पहले यह समाचार जिमदियापोरा में 19 नवंबर, 2012 को प्रकाशित हुआ था और इसके बाद यही समाचार टॉम ड्रेक के बतौर लेखक नाम के साथ चार सितम्बर, 2013 को प्रकाशित किया गया था और अब फिर यही समाचार प्रकाशित हुआ है जबकि घटना वर्षों पुरानी है।

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