कनाडा के एक दम्पति के विचित्र सेक्स खेल ने महिला को अस्पताल में पहुंचा दिया। हथकड़ियों की चाभी उसके शरीर के अंदर चली गई थी। इस दम्पति का नाम हम अपनी सुविधा के लिए जैसन और मिशेल रख सकते हैं। ये दोनों वान न्यूज, कैलिफोर्निया में थे और उन्होंने सेक्स के दौरान रोल प्ले करने का फैसला किया।
अपने इस खेल में मिशेल एक सुंदरी राजकुमारी बनी तो जैसन आग उगलने वाला ड्रैगन। इसके बारे में टीएलसी के एक एपिसोड 'सेक्स सेंट मी यू दी इमरजेंसी रूम' से ज्यादा जाना जा सकता है। पति-पत्नी के इस खेल में हथकड़ियां भी शामिल हो गईं। इस रोल प्ले के दौरान हथकड़ियों की चाभी पत्नी की योनि के अंदर रख दी गईं।
बाद में ये चाभी किसी तरह उसके गर्भाशय तक पहुंच गईं। अब दोनों के लिए इमरजेंसी रूम में जाना अनिवार्य हो गया। शुरुआत में तो जैसन और मिशेल ने इसके विवरण पर पर्दा डाले रखा क्योंकि वे शर्मिंदगी उठाना नहीं चाहते थे, लेकिन बाद में इमरजेंसी रूम के डॉक्टर को भी मिशेल की तकलीफ का कारण समझ में नहीं आया तो उन्हें सारी बात सच-सच बता देनी पड़ी।
इस बारे डॉक्टर का क्या कहना है... पढ़ें अगले पेज पर...
इमरजेंसी रूम की डॉक्टर मिशेल पर्ल का कहना है कि यह कोई असामान्य बात नहीं है कि लोग तरह-तरह की चीजों को महिला की योनि में रख देते हैं। चाभी उनके लिए नई बात नहीं थी। पर वे कहती हैं कि मैं किसी को भी इस बात की सलाह नहीं दूंगी कि ऐसा कुछ करें भले ही ऐसे समय में फैसला करते समय उत्तेजित अवस्था में हों। ऐसे मामले में भी पता लगाना था कि चाभी शरीर के कौन से हिस्से में पहुंच गई थी।
डॉ. पर्ल ने उन दोनों को बताया कि यह एक संवेदनशील जगह पर है। उनका कहना था कि हम एक नुकीली धार वाली वस्तु के बहुत ही संवेदनशील स्थान पर होने की बात कर रहे थे। डॉक्टर ने परीक्षण करके पता लगाया कि चाभी उसके गर्भाशय में पहुंच गई थी।
अब एक समस्या थी कि यह अंतरगर्भाशयी यंत्र (आईयूडी) के नाइलॉन के धागों को भी अलग कर सकती थी जो कि महिला के गर्भाशय में लगाया गया था। डॉक्टरों ने इस बात पर भी विचार किया कि अगर चाभी को गर्भरोधी आईयूडी के धागों से अलग किया जाता है तो यह यंत्र भी अपने स्थान से हट सकता है। इस स्थिति ने डॉ. पर्ल के दिमाग को बुरी तरह से आशंकाओं से भर दिया था।
इस मामले पर डॉ. पर्ल का कहना था कि यह तथ्य कि यह चाभी इतने अजब तरीके से इन धागों से उलझ गई थी कि यह सब अविश्वसनीय ही था। मैं विश्वास नहीं कर सकती हूं कि यह वास्तव में ऐसा हुआ है।'' लेकिन डॉ अंतत: चाभी को सुरक्षित तरीके से निकालने में कामयाब हो गए और इसके लिए उन्होंने क्या उपाय अपनाया यह तो वे ही जानते हैं क्योंकि इसका खुलासा टीवी के इससे जुड़े एपिसोड के प्रसारित होने पर ही हो पाया। इससे साफ जाहिर है कि डॉक्टरों की मेहनत बेकार नहीं गई और दम्पति को भी एक सबक मिल गया।