मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भाजपा के खुले अधिवेशन का भरपूर फायदा उठाया। इससे अच्छा अवसर क्या हो सकता था जब हजारों की भीड़ दशहरा मैदान पर थी और मंच पर पार्टी के नए मुखिया मौजूद थे। श्री चौहान ने न केवल अपने द्वारा किए गए कामों का बखान किया, बल्कि जनता से उस पर सहमति भी दिलाई।
मुख्यमंत्री ने भू-माफियाओं के खिलाफ चल रहे अभियान से शुरुआत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वजयसिंह के शासनकाल में सड़कों की बदहाली का जिक्र किया। उन्होंने जनता से पूछा- सड़कें बनीं या नहीं। जनता ने कहा- बनीं। इसके बाद उन्होंने गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र किया। फिर जनता से पूछा-गरीबों का कल्याण हुआ या नहीं। भीड़ से जवाब आया- हुआ।
नगरीय निकाय चुनावों में भी 50 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण की जानकारी देते हुए उन्होंने जनता से हामी भरवाई। राष्ट्रीय अध्यक्ष को उन्होंने बताया कि आरक्षण से ज्यादा 55 प्रतिशत महिलाएँ चुनकर आ गईं। फिर जनता से सवाल किए- भाई लोग नाराज तो नहीं हो।
नितिनजी...नितिनजी : मुख्यमंत्री जब लाड़ली लक्ष्मी योजना का जिक्र कर रहे थे, तब राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी और से चर्चा में मग्न थे। उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें आवाज लगाई- नितिनजी... नितिनजी। मुख्यमंत्री ने कहा- मध्यप्रदेश में जब से लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू हुई है, तब से लड़कियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई। अब 1 हजार लड़कों पर 1 हजार 17 लड़कियाँ जन्म ले रही हैं।