भाई-बहन के स्नेह दर्शाने वाले गीत (वीडियो)

रूपहले पर्दे पर भाई-बहन के अटूट स्नेह को प्रदर्शित करने वाले त्योहार रक्षाबंधन के गीतों ने कभी लंबे समय तक सिने प्रेमियों के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी थी, लेकिन अब तो बॉलीवुड के फिल्मकारों ने राखी पर आधारित गीतों के महत्व को भुला ही दिया है ।

निर्माता एलवी प्रसाद की 1959 में प्रदर्शित फिल्म ‘छोटी बहन’ में भाई-बहन के प्यार भरे अटूट रिश्ते को रूपहले परदे पर दिखाया गया था। इस फिल्म में बलराज साहनी ने बड़े भाई और नन्दा ने छोटी बहन की भूमिका निभाई थी। शैलेन्द्र का लिखा और लता मंगेशकर द्वारा गाया फिल्म का गीत ‘भइया मेरे राखी के बंधन को निभाना’ बेहद लोकप्रयि हुआ था। रक्षा बंधन के गीतों मे इस गीत का विशिष्ट स्थान आज भी बरकरार है ।


रेशम की डोरी (1974) फिल्म का गीत ‘बहना ने भाई की कलाई से’ बेहद हिट रहा और आज भी रक्षाबंधन के अवसर पर सुना जाता है। सुमन कल्याणपुर का गाया यह गीत रक्षा बंधन पर आज भी रेडियो पर खूब बजता है।


वर्ष 1971 में रिलीज ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ में देवानन्द और जीनत अमान ने भाई-बहन की भूमिका निभाई थी। फिल्म का गीत ‘फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है’ आज भी सदाबहार गीतों में शामिल है। इस गीत को सुनकर अक्सर भाई और बहन की आंखों में आंसू आ जाते हैं।


निर्माता-निर्देशक ए. भीम सिंह ने भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित दो फिल्में ‘राखी’ और ‘भाई-बहन’ बनाई। 1962 में रिलीज ‘राखी’में अशोक कुमार और वहीदा रहमान ने भाई-बहन की भूमिका निभाई थी। वर्ष 1968 में प्रदर्शित भाई-बहन में सुनील दत्त और नूतन मुख्य भूमिकाओ में थे।

इसी दौर में अनपढ़ (1962) और काजल फिल्म में भाई-बहन के पवित्र प्रेम पर दो खूबसूरत गीत पेश किए गए। इनमें ‘अनपढ़’ का माला सिन्हा पर लता मंगेशकर की आवाज में फिल्माया गीत ‘रंग-बिरंगी राखी लेकर आई बहना’ आज भी दर्शकों और श्रोताओं को अभिभूत कर देता है । फिल्म में बलराज साहनी भाई की भूमिका में थे।


फिल्म ‘काजल’ में मीना कुमारी पर बेहद खूबसूरत गीत ‘मेरे भइया मेरे चंदा मेरे अनमोल रतन’ का फिल्मांकन किया गया था। रवि के संगीत निर्देशन में इस गीत को आशा भोसले ने स्वर दिया था।

बिमल राय की ‘बंदिनी’ में भी एक बेहद मार्मिक गीत था, जिसमें बहन अपने पिता से भाई को सावन में भेजने का अनुरोध करती है, ‘अब के बरस भेज भइया को बाबुल सावन में दीजो बुलाय रे’। बहन की व्यथा को बतलाने वाले शैलेन्द्र के लिखे और एसडी बर्मन के स्वरबद्ध किए इस गीत को भी आशा भोसले ने अपना कर्णप्रिय स्वर दिया था।


इसी तरह फिल्म बेइमान का ‘ये राखी बंधन है ऐसा’, सच्चा झूठा का ‘मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनियां’, चम्बल की कसम का ‘चंदा रे मेरे भइया से कहना’, प्यारी बहना का ‘राखी के दिन’, हम साथ साथ है का ‘छोटे छोटे भाइयो के’, तिरंगा का ‘इसे समझो न रेशम का तार’, रिश्ता कागज का ‘ये राखी की लाज तेरा भइया निभाएगा’ आदि गीत भी काफी लोकप्रिय हुए।(वार्ता)

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