हाल ही में गोविंदा की बेटी नर्मदा उर्फ टीना आहूजा की पहली फिल्म 'सेकंड हैंड हसबैंड' रिलीज हुई। गिने-चुने लोग फिल्म देखने पहुंचे। फिल्म तो बुरी थी, लेकिन उससे भी बड़ा सवाल उनके दिमाग में उठा कि आखिर क्या सोच कर गोविंदा ने टीना को यह फिल्म करने की अनुमति दी।
गौरतलब है कि टीना को फिल्मों में उतारने की तैयारी गोविंदा अरसे से कर रहे थे। पहले वे घरेलू बैनर से टीना को लांच करने की सोच रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि यदि बाहरी बैनर से कोई अच्छा ऑफर मिलता है तो वे तैयार हैं। लगभग तीन-चार वर्ष तक वे उपुयक्त कहानी या बैनर ही नहीं तलाश पाए। गोविंदा फूंक-फूंक कर कदम रख रहे थे ताकि टीना बॉलीवुड में लंबी इनिंग खेल सके। सुनने में तो यह भी आया था कि वे चाहते थे कि उनके मित्र सलमान खान अपनी फिल्म द्वारा टीना को लांच करें, लेकिन सलमान ने ऐसा नहीं किया तो वे नाराज भी हुए।
गोविंदा ने यह भी कहा कि संजय लीला भंसाली जैसा निर्देशक भले ही टीना को लांच न करे, लेकिन वे एक अच्छी लांचिंग टीना को देना चाहते हैं। पर सेकंड हैंड हसबैंड जैसी फिल्म किसी भी कलाकार का भविष्य बिगाड़ सकती है। फिलहाल तो टीना के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। जरूरत है किसी बड़े बैनर या स्टार की जो उनके करियर को संवार दे।