मोहेंजो दारो... रितिक ने लिए 50 करोड़...10 खास बातें

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मोहेंजो दारो फिल्म बनाने का विचार निर्देशक आशुतोष गोवारीकर को भुज में आया था जब वे लगान (2001) की शूटिंग कर रहे थे। ये कौन लोग थे? कैसे जीवन यापन करते थे? अचानक कहां चले गए? जैसे प्रश्न आशुतोष के दिमाग में उठे और उन्होंने फिल्म बनाने का निश्चय किया। ये बात और है कि इस विषय पर फिल्म बनाने में उन्हें पन्द्रह से ज्यादा वर्ष लग गए। 

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आशुतोष ने पहले ही सोच लिया था कि 'मोहेंजो दारो' वे रितिक रोशन को लेकर ही बनाएंगे। यदि रितिक फिल्म करने से मना कर देते तो आशुतोष यह फिल्म नहीं बनाते। 
रितिक ने ली कितनी फीस... अगले पेज पर
 
 
 

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कहा जा रहा है कि रितिक रोशन ने 'मोहेंजो दारो' में अभिनय करने के बदले में 50 करोड़ रुपये लिए हैं। 

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'मोहेंजो दारो' 120 करोड़ की लागत से तैयार हुई है। प्रिंट्स और पब्लिसिटी सहित फिल्म की कुल लागत होती है 145 करोड़ रुपये। 
कैसे चुना पूजा हेगड़े को... अगले पेज पर
 
 

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फिल्म में पूजा हेगड़े के रूप में नया चेहरा इसलिए लिया गया क्योंकि आशुतोष किसी स्थापित हीरोइन को नहीं लेना चाहते थे। उनके अनुसार वे ऐसी हीरोइन चाहते थे जो किसी इमेज में न बंधी हो। जिसके बारे में दर्शक ज्यादा नहीं जानते हों। 

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पूजा हेगड़े तमिल और तेलुगु सिनेमा कर चुकी हैं। पूजा को एक विज्ञापन में आशुतोष की पत्नी सुनीता ने देखा। आशुतोष ने ऑडिशन के लिए बुलाया और पूजा का चयन हो गया। 
25 एकड़ का सेट... अगले पेज पर
 
 

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गुजरात स्थित भुज में इस फिल्म का बड़ा सेट लगाकर इस शहर को बसाया गया। मोहेंजो दारो का सेट 25 एकड़ में लगाया गया और छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान दिया गया। 

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फिल्म बनाने के पूर्व आशुतोष ने कई किताबें पढ़ीं। विशेषज्ञों से मिले। खोजबीन की। संतुष्ट होने पर उन्होंने फिल्म शुरू की। 
सेंसर का कमाल... अगले पेज पर
 
 
 

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आशुतोष गोवारीकर ने परफेक्शन पर पूरा ध्यान दिया। एक एक्शन सीक्वेंस के लिए उन्होंने 300 कलाकारों का ऑडिशन लिया। 

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सेंसर ने 'मोहेंजो दारो' को बिना किसी कट के पास किया है।

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