जब हैरी मेट सेजल को सफल होने के लिए कितना करना होगा कलेक्शन?

शाहरुख खान, आमिर खान और सलमान खान की फिल्म रिलीज के पहले ही मुनाफे में आ जाती है। यानी कि निर्माता तो करोड़ों रुपये फिल्म के अधिकार बेच कर कमा लेता है, लेकिन वितरक के सिर पर तलवार लटकती है। शाहरुख खान ने दिलवाले या रईस से और सलमान ने ट्यूबलाइट से करोड़ों रुपये कमाए, लेकिन वितरकों को घाटा हुआ। इसी कारण इन फिल्मों को सफल नहीं माना गया। 


 
क्या है लागत? 
शाहरुख खान की फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' 4 अगस्त को प्रदर्शित होने वाली है। इस फिल्म के निर्माता शाहरुख खान हैं इसलिए उन्होंने फीस नहीं ली। 60 करोड़ रुपये में यह फिल्म बन गई। 20 करोड़ रुपये प्रचार-प्रसार पर खर्च किए गए। इस तरह से कुल लागत पड़ी 80 करोड़ रुपये। 


 
रिलीज के पहले ही 80 करोड़ का फायदा 
शाहरुख खान की इस फिल्म के सैटेलाइट राइट्स 50 करोड़ रुपये, म्युजिक राइट्स 20 करोड़ रुपये में बेचे जाने की खबर है। अन्य अधिकारों से भी दस करोड़ रुपये मिले हैं। भारत में थिएट्रिकल राइट्स 80 करोड़ रुपये में बेचे गए हैं। इस तरह से 160 करोड़ रुपये रिलीज के पहले ही आ गए हैं। 80 करोड़ रुपये की लागत निकाल कर 80 करोड़ रुपये बचते है। ओवरसीज और अन्य राइट्स बेचने से मिली रकम अलग है। यानी शाहरुख तो मालामाल हो गए। 


 
फिल्म को कितना करना होगा कलेक्शन?
भारत की बात की जाए तो 'जब हैरी मेट सेजल' को कम से कम 160 करोड़ रुपये का कलेक्शन करना होगा, तभी वितरकों का फिल्म पर लगाया हुआ पैसा सुरक्षित होगा। 160 करोड़ रुपये के कलेक्शन के ऊपर फायदा शुरू होगा। यहां गौर करने लायक बात है कि शाहरुख की पिछली तीन फिल्में (बतौर हीरो), रईस, फैन और दिलवाले बॉक्स ऑफिस पर कमजोर रही हैं। रईस डेढ़ सौ का और फैन सौ करोड़ का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है। लिहाजा वितरकों ने भारी जोखिम उठाया है। फिल्म को निश्चित रूप से राखी की छुट्टी का लाभ मिलेगा, लेकिन ठीक एक सप्ताह बाद अक्षय कुमार की 'टॉयलेट एक प्रेमकथा' रिलीज हो जाएगी इसलिए इस फिल्म के पास खुला हुआ एक ही सप्ताह है। 


 
कैसी रहेगी ओपनिंग? 
फिल्म का नाम ढूंढने में बहुत ज्यादा समय बरबाद हुआ इससे फिल्म को प्रचार के लिए ज्यादा समय नहीं मिला। फिल्म का टाइटल ठीक-ठाक है। फिल्म के मिनी ट्रेलर ज्यादा पसंद नहीं किए गए। फुल ट्रेलर दर्शकों को पसंद आया और पिछले दस दिनों में गाने भी हिट हुए जिससे फिल्म को लेकर माहौल बना है। हालांकि सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर और छोटे शहरों के दर्शकों की फिल्म में ज्यादा रूचि नहीं है। कुल मिलाकर मेट्रो सिटीज़ और मल्टीप्लेक्स ऑडियंस पर ही फिल्म का व्यवसाय निर्भर है। फिल्म की एडवांस बुकिंग अच्छी हो रही है, लिहाजा माना जा सकता है कि शुरुआती चार दिनों में फिल्म का व्यवसाय अच्छा रहेगा। पहले दिन का आंकड़ा 20 करोड़ रुपये के ऊपर रहने की आशा है। पहले सप्ताह में फिल्म 110 करोड़ रुपये तक का व्यवसाय कर सकती है। 

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