मि.एक्स : फ्लॉप होने के पांच कारण

बुधवार, 22 अप्रैल 2015 (17:31 IST)
45 करोड़ रुपये की लागत से तैयार मि.एक्स बॉक्स ऑफिस पर असफल हो गई। 18 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि इस फिल्म को विभिन्न राइट्स से मिली, बावजूद इसके यह बची हुई लागत वसूल नहीं कर पाई। यह फिल्म हर डिपार्टमेंट में कमजोर साबित हुई। आश्चर्य की बात तो यह है कि फिल्म से विशेष फिल्म्स और फॉक्स स्टार स्टुडियोज जैसे अनुभवी बैनर जुड़े हुए हैं और उन्होंने भी बेसिक बातों पर ध्यान नहीं दिया। पेश है फिल्म फ्लॉप होने के पांच कारण : 
1) बेदम प्रमोशन
फिल्म का प्रमोशन सही तरीके से किया जाता तो फिल्म को अच्छी ओपनिंग लगती जिससे फिल्म शुरुआती तीन दिनों में ही सेफ हो सकती थी, लेकिन फिल्म का ट्रेलर इतना ठंडा था कि दर्शकों में फिल्म के प्रति उत्सुकता ही नहीं जागी। इस प्रतिक्रिया को फिल्म निर्माताओं ने इग्नोर किया और दूसरे विकल्प के बारे में सोचा ही नहीं। इसका सीधा असर फिल्म की शुरुआत पर पड़ा। सभी ने सोचा कि फिल्म की रिपोर्ट के बाद ही फिल्म देखने का फैसला लिया जाए। पहले शो से ही नकारात्मक रिपोर्ट मिली और दर्शकों ने मि.एक्स के बारे में सोचना बंद कर दिया। 

2) कमजोर स्क्रिप्ट 
फिल्म की स्क्रिप्ट में खामियां ही खामियां हैं कि सिनेमाहॉल में बैठा आम दर्शक इसे आसानी से पकड़ लेता है। ऐसा लगता है कि दर्शकों को मूर्ख समझ कर कहानी लिखी गई। मिसाल के तौर पर फिल्म का हीरो विस्फोट में पूरा जल जाता है। यहां तक कि उसके सिर पर बाल भी सलामत नहीं रहते, लेकिन उसके कपड़ों को कुछ नहीं होता। ऐसी बातों की लिस्ट लंबी है। साथ ही फिल्म में मनोरंजन नाम की चीज भी नहीं है जिसकी कीमत पर दर्शक ऊलजलूल बातें बर्दाश्त कर ले। 

3) कल्पनाविहीन निर्देशन
विक्रम भट्ट दर्जनों फिल्म बना चुके हैं, लेकिन 'मि.एक्स' देख लगता है कि किसी नौसिखिए ने फिल्म बनाई है। गायब होने का कंसेप्ट इतना उम्दा है कि मजेदार फिल्म बनाई जा सकती थी, लेकिन विक्रम ने बोर करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। फिल्म में ज्यादातर समय तो हीरो दिखाई देता है। कन्फ्यूजन इस बात का भी रहा कि फिल्म बच्चों के लिए बनाई जाए या बड़ों के लिए। विक्रम फैसला ले पाते इसके पहले तो फिल्म ही पूरी हो गई। पता नहीं विक्रम जैसे निर्देशक पर इतना पैसा लगाने की हिम्मत निर्माताओं ने कहां से जुटा ली?

4) इमरान की घटती लोकप्रियता
एक वक्त ऐसा भी था जब शुरुआती दिनों में इमरान हाशमी की फिल्मों को देखने के लिए सिनेमाघर के बाहर दर्शकों की लाइन नजर आती थी। इमरान ने एक इमेज बनाई थी, ऐसे सितारे की जिसकी फिल्म में बोल्ड सीन हुआ करते थे। सीरियल किसर की उपाधि इमरान को दी गई और इमरान ने इसे नकारात्मक रूप में ले लिया। इमेज बदलने का भूत सवार हुआ। दर्शकों की पसंद के अनुरूप फिल्में नहीं की तो दर्शकों ने भी इस टिनी स्टार की फिल्में देखना बंद कर दिया। इमरान की घटती लोकप्रियता का असर भी फिल्म के व्यवसाय पर पड़ा। साथ ही इमरान सहित सारे कलाकारों ने अपनी एक्टिंग से फिल्म को नीरस बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। 

5) नहीं मिला गानों का साथ
इमरान हाशमी और भट्ट बंधुओं को हमेशा से हिट गीतों का साथ मिला। फिल्म रिलीज होने के पहले ही पब से लेकर तो गली तक गाने बजने लगते थे। इस कारण फिल्म को बेहतर ओपनिंग मिल जाया करती थी। मि. एक्स का गीत-संगीत थका हुआ लगा। एक भी गाना चल नहीं पाया। 

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