गॉडफादर बन सलमान ने इन पर रखा हाथ

सलमान खान को गॉडफादर बनने का शौक है और उन्होंने कुछ युवा कलाकारों को अपने संरक्षण में लेकर आगे बढ़ाया है। वैसे भी वे मदद के मामले में हमेशा तत्पर रहते हैं। कहते हैं कि 'जय हो' उन्होंने बनाई इसलिए थी ताकि उनके कुछ ऐसे दोस्त जो बेकार घर पर बैठे-बैठे कुर्सियां तोड़ रहे थे उन्हें कुछ काम मिल जाए। चलिए, मजाक छोड़ते हैं और थोड़ा गंभीर होकर बात करते हैं उन कलाकारों की जिनके करियर संवारने की सलमान ने कोशिश की। 

कैटरीना कैफ 
बूम (2003) जैसी घटिया और फ्लॉप फिल्म से शुरुआत करने के बाद फिल्म इंडस्ट्री ने कैटरीना कैफ को तो भूला ही दिया था। इसी दौरान सलमान ने उनके साथ मैंने प्यार क्यूं किया (2005) की जिससे कैटरीना के प्रति फिल्म इंडस्ट्री का विश्वास बढ़ा। कहते हैं कि सलमान ने कुछ निर्माताओं से कैटरीना की सिफारिश भी की। कैटरीना के करियर में सलमान ने खासी दिलचस्पी ली और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में लंबी इनिंग खेलने के लिए टिप्स भी दिए। सलमान की गर्लफ्रेंड बन कैटरीना हमेशा चर्चा में रही और सलमान के मार्गदर्शन में रहकर इस वे चोटी की ‍नायिका बनीं। 
 
 

सोनाक्षी सिन्हा 
मोटी सोनाक्षी सिन्हा में न जाने सलमान को कैसे एक सफल हीरोइन नजर आ गई? बड़ी मुश्किल से सोनाक्षी को अहसास हुआ कि वे हीरोइन बन सकती हैं। सोनाक्षी के पिता शत्रुघ्न सिन्हा को राजी करने के लिए भी सलमान ने बड़े यत्न किए। फिर सलमान ने सोनाक्षी से इतनी दौड़ लगवाई कि उनका वजन आधा रह गया। सोनाक्षी को 'दबंग' की हीरोइन बना दिया गया। सोनाक्षी बॉलीवुड पर छा गईं और लोग सलमान की पारखी नजर की दाद देने लगे। 

ज़रीन खान 
युवराज के सेट पर सलमान खान ने ज़रीन खान को देखा। उस समय सलमान 'वीर' (2010) फिल्म में राजकुमारी के किरदार के लिए एक नई अभिनेत्री को तलाश रहे थे। ज़रीन को देख उन्हें लगा कि उनकी तलाश खत्म हो गई और बैठे-बिठाए ज़रीन को सलमान खान की हीरोइन बनने का मौका मिल गया। कैटरीना की तरह ज़रीन के करियर में सलमान ने खासी दिलचस्पी ली। वीर असफल रही और ज़रीन को भी असफल माना गया। सलमान ने ज़रीन का करियर फिर से संवारने की कोशिश की। 'रेडी' (2011) में एक गाना भी दिलवाया, लेकिन ज़रीन उस ऊंचाई तक नहीं पहुंची जिस ऊंचाई पर सलमान ने कैटरीना को पहुंचाया था। 

 

अर्जुन कपूर 
आंखों पर मोटा चश्मा लगाए और सवा सौ किलो वजनी अर्जुन कपूर उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब सलमान खान ने अर्जुन को कहा कि हीरो क्यों नहीं बनते? अर्जुन को लगा कि उन्होंने गलत सुना है जब सलमान ने दोहराया तो अर्जुन तैयार हो गए। सलमान ने सबसे पहले अर्जुन को जिम जाने की सलाह दी और अपना कठोर नियंत्रण रखा। वजन घटाने के बाद अर्जुन को यकीन ही नहीं हुआ कि ये वे खुद हैं। अर्जुन को जब 'इशकजादे' का ऑफर मिला तो सलमान से ही उन्होंने सलाह लेने के बाद हां की। भले ही अर्जुन को सलमान ने लांच नहीं किया हो, लेकिन आज भी सारे महत्वपूर्ण फैसले वे सलमान से पूछ कर ही करते हैं।


 

स्नेहा उल्लाल
ऐश्वर्या राय से ब्रेक अप के बाद सलमान खान की नजर स्नेहा उल्लाल पर पड़ी जो ऐश्वर्या जैसी थोड़ा-बहुत दिखती थी। सलमान ने स्नेहा को 'लकी: नो टाइम फॉर लव' (2005) में अपनी हीरोइन बना लिया। रातों-रात स्नेहा चर्चित हो गई। फिल्म बॉक्स ऑफिस असफल रही और स्नेहा इस झटके से अब तक उभर नहीं पाई, लेकिन स्नेहा को जो ब्रेक सलमान ने दिया उसे वे हमेशा याद रखेंगी। 
 
 
 
 
 
 

सूरज पंचोली
आदित्य पंचोली से सलमान के अच्छे संबंध हैं और उनके बेटे सूरज को सलमान 'हीरो' के जरिये लांच किया। सूरज ने हीरो बनने का सोचा भी नहीं था। सलमान ने सूरज से पूछा कि हीरो बनोगे और वह 'हीरो' फिल्म का हीरो बन गया। सलमान का कहना है कि सूरज बहुत कुछ उनके जैसा ही है और वे उसमें एक स्टार बनने की संभावना को देखते हैं। 
 

अथिया शेट्टी
हीरो की हीरोइन की जब जरूरत पड़ी तो सलमान को अपने दोस्त सुनील शेट्टी की बेटी अथिया शेट्टी की याद आई। वे उसके गॉडफादर बन गए और लांच कर दिया। 

डेजी शाह
डेजी शाह को सलमान ने पहले भी एक फिल्म में लेने की कोशिश की थी, लेकिन डेजी ने मना कर दिया। इसके बाद 'जय हो' में सलमान ने डेजी को अपनी हीरोइन बनाया। फिल्म फ्लॉप रही और डेजी को भी लोगों ने पसंद नहीं किया। इसके बावजूद सलमान और डेजी में सम्पर्क बना हुआ है। अक्सर वे सलमान की पार्टियों में नजर आती हैं। 

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