सुल्तान की प्रेस कांफ्रेंस में सलमान ने यह कहकर आफत मोल ले ली है कि शूटिंग के बाद वे इतना थक जाते हैं जैसे वे बलात्कार से पीड़ित महिला हो। उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई है और महिला आयोग ने भी जवाब मांगा है। कई लोग सलमान के समर्थन में भी खड़े हुए हैं तो दूसरी ओर कुछ पत्रकारों ने उन गड़े हुए किस्सों को फिर निकाला है जब सलमान खान ने महिला पत्रकारों से बदतमीजी की थी।
द हिंदू के सम्पादक सचिन कलबाग ने एक किस्सा ट्वीट कर बताया है। उन्होंने बिना सलमान का नाम लिखे कहा है कि एक दशक पहले एक पत्रकार उस प्रसिद्ध एक्टर का इंटरव्यू लेने के लिए गई जो इन दिनों चर्चा में है। इस पत्रकार ने इस सितारे की फिल्मों की समीक्षाएं की थीं जिससे यह सितारा खुश नहीं था। नई फिल्म के रिलीज होने के कारण उस स्टार को इस महिला पत्रकार को इंटरव्यू देना पड़ा। पहले तो खूब इंतजार कराया। फिर खटिया पर बैठाया। कुछ देर बाद वह एक्टर हाजिर हुआ और कहा, आप इंतजार कीजिए मैं पेशाब कर के आता हूं। वह पांच फीट दूर स्थित एक पेड़ तक गया, जिप खोली और उस पत्रकार के सामने ही पेशाब की। यह उस एक्टर के बदला लेने का तरीका था उस पत्रकार से जो उसकी फिल्मों को पसंद नहीं करता था। वह पत्रकार उठकर वहां से चली गई और उसके इस निर्णय का सम्पादक ने भी समर्थन किया।
फिल्म क्रिटिक मयंक शेखर ने अपनी किताब 'नेम प्लेस एनिमल थिंग' में सलमान के बारे में ऐसा ही एक वाकया लिखा है जो इन दिनों वायरल हो रहा है। वे लिखते हैं कि एक महिला पत्रकार ने सलमान का लंबा इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू खत्म होने के बाद जब वे जाने लगी तो सलमान ने कहा कि वे उन्हें घर छोड़ देंगे। पत्रकार ने मना किया, लेकिन सलमान नहीं माने। सलमान कार में उसे छोड़ने गए और उस बिल्डिंग तक गए जहां वह रहती थी। सलमान ने फ्लोर तक पता लगा लिया और फिर कहा अब मैं जान गया हूं कि आप कहां रहती हैं। मैंने अभी जो इंटरव्यू दिया है उसे मत छापना। यह एक तरह से उनकी धमकी थी।