एडल्ट कॉमेडी फिल्मों से परेशानी क्यों? : तुषार कपूर

तुषार कपूर का करियर अब एडल्ट कॉमेडी फिल्मों के इर्दगिर्द ही सिमट कर रह गया है। अब वे इस तरह की फिल्मों में ही नजर आते हैं। लगातार दो सप्ताह में उनकी 'क्या कूल हैं हम 3' और 'मस्तीज़ादे' प्रदर्शित होने वाली हैं जिसमें एकता कपूर का यह भाई एडल्ट कॉमेडी करता हुआ नजर आएगा। 
 
एडल्ट कॉमेडी के खिलाफ क्यों हैं लोग? 
इन दोनों फिल्मों के ट्रेलर्स ने धूम मचाई हुई है। युवा काफी पसंद कर रहे हैं, लेकिन नापसंद करने वालों की संख्या भी ज्यादा है। कइयों ने इस पर आपत्ति ली है और फिल्मों को फूहड़ करार दिया है। तुषार को इस पर आपत्ति है। उन्हें समझ में नहीं आता है कि लोग एडल्ट कॉमेडी फिल्मों से परेशान क्यों होते हैं। उनके अनुसार ऐसे लोग इस तरह की फिल्मों के खिलाफ पूर्वाग्रह से ग्रस्त होते हैं। तुषार कहते हैं 'मैं एडल्ट कॉमेडी फिल्में करता हूं, यदि कहानी अच्छी है और मर्यादाएं नहीं लांघी गई है तो मेरे पैरेंट्स को इस पर किसी तरह की आपत्ति नहीं है। मुझे समझ में नहीं आता कि लोग इस तरह की फिल्मों पर हल्ला क्यों बोल देते हैं?' 
 
अमेरिकन फिल्म देखते हैं और भारतीय फिल्मों को कोसते हैं 
तुषार के अनुसार लोग अमेरिकन फिल्में देखते हैं, लेकिन भारत में बनने वाली एडल्ट कॉमेडी फिल्मों के खिलाफ हैं। 'लोग अमेरिकन फिल्में देखते हैं, लेकिन हम ये फिल्में बनाएं तो उन्हें समस्या है। मुझे नहीं लगता कि ये फिल्में गलत बातों को बढ़ावा देती हैं। यह फिल्में वयस्कों के लिए हैं। ये तो पैरेंट्स की जवाबदारी है कि वे अपने बच्चों को इस तरह की फिल्मों से दूर रखे। सिर्फ एडल्ट कॉमेडी फिल्मों को ही दोष क्यों? हिंसक और दूसरी फिल्मों को दोष क्यों नहीं दिया जाता?' तुषार कहते हैं।
एडल्ट कॉमेडी फिल्म से कोई परेशानी नहीं 
तुषार के अनुसार उन्हें एडल्ट कॉमेडी फिल्मों को करने में किसी तरह की समस्या नहीं आती है। जिन्हें आती है वे ना करें, लेकिन तुषार तो आराम से ये फिल्में कर लेते हैं। क्या कूल हैं हम 3 में तुषार, मंदना करीमी और आफताब शिवदासानी हैं जबकि 'मस्तीजादे' में तुषार के साथ सनी लियोन और वीर दास हैं। 

वेबदुनिया पर पढ़ें