"मैं अपनी ज़िंदगी मे बहुत सी औरतों के साथ ही रहा हूं और हमेशा घिरा रहा हूं। अब आप इसका गलत मतलब मत निकाल लेना। मैं कहना चाहता हूं कि मेरे ज़िंदगी में मेरी मां, मेरी बहनें, पत्नी काजोल और बेटी, इतनी सारी महिलाएं रही हैं कि मैं बता नहीं सकता। सभी मेरे लिए बहुत खास हैं।"
अजय आगे बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के लिए नहीं बल्कि पुरुषों के लिए मनाया जाता है। ये वो दिन है जब मर्दों को बताया जाता है कि सदियां बीत गई हैं और बेहतर होगा कि तुम लोग ये मान लो कि महिलाएं आपके बराबर हैं या आपसे ज़्यादा मज़बूत हैं। महिलाओं को कुछ याद दिलाने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें सब मालूम है।"
बहुत सारी हैं, एक बात नहीं बता सकता। हां, वे हमेशा हंसती रहती हैं और यह बात मुझे बहुत अच्छी लगती है।
आपकी बेटी इन दिनों क्या कर रही है?
वह इन दिनों सिंगापुर में हैं। पढ़ाई कर रही हैं। वहां उसने अच्छे दोस्त बना लिए हैं। वह तो होली पर भी घर नहीं आई। वहीं अपने कॉलेज में ही दोस्तों के साथ होली मनाई।
आप देश की महिलाओं में कोई बदलाव देखना चाहते हैं?
नहीं, वे बड़ी सशक्त हो चुकी हैं। मुझे तो आपसे भी डर लगता है कि कहीं मैंने कोई उल्टा-सीधा जवाब दे दिया तो आप ही मुझे मार दोगी... महिलाएं हमसे हर मामले में आगे हैं।