फिल्म बनाते समय क्या ऑडियंस का ख्याल रखते हैं?
मेरी जो ऑडियंस है, वो फैमिली ऑडियंस है। मेरी फिल्म को फैमिली एंटरटेनर कहा जाता है, मैं उसी तरह की फिल्में हमेशा बनाता हूं। आजकल टिकट दर बहुत ज्यादा है। अगर कोई दर्शक मुझे उतना पैसा दे रहा है तो मेरा दायित्व है कि मैं उस परिवार को मनोरंजन दे सकूं।
किस तरह की फिल्में कभी नहीं बनाएंगे?
मैं सेक्स कॉमेडी नहीं बना पाऊंगा, क्योंकि उस तरह की फिल्में मैं नहीं बना सकता।
सेट पर अलग मैजिक होता है?
ये परिवार के जैसा होता है, सभी एक्टर्स मिलते हैं तो एक-दूसरे को अपनी लाइंस भी दे देते हैं। फिल्म में कई ऐसे सीन्स हैं जिन्हें आज भी देखते हुए चेहरे पर मुस्कान आती है।
गोलमाल अगेन के लिए क्या कहना चाहेंगे?
बहुत ही मनोरंजन से भरी फिल्म है। इस फिल्म की सीरीज को बनाते हुए मुझे बेहद खुशी होती है। श्रेयस तलपड़े, अजय देवगन, तब्बू, परिणीति चोपड़ा, बृजेश हिरजी, जॉनी लीवर, संजय मिश्रा, मुरली शर्मा आदि सभी लोग मौजूद होने वाले हैं। बहुत ही मनोरंजन से फिल्म बनाने की कोशिश है। 'गोलमाल' सीरीज का अलग ही मजा है और आज भी वो टीवी पर आती रहती है तो लगता है कि कल की ही बात है जबकि 7 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है।