'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' में गौतमाबाई का किरदार निभा रही हूं: स्नेहलता वसईकर

गुरुवार, 31 दिसंबर 2020 (14:53 IST)
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का आगामी शो 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' 4 जनवरी से शुरू हो रहा है, जो आपके नए साल की एक प्रेरणादायक शुरुआत करेगा। अहिल्याबाई होलकर मालवा साम्राज्य की प्रमुख महिला शासक थीं और उन्हें भारतीय इतिहास की सबसे कुशल महिला शासकों में से एक माना जाता है।
 
पुण्यश्लोक अहिल्याबाई एक महान औरत के सफर की कहानी है, जिसने अपने ससुर मल्हार राव होलकर के बिना शर्त और अटल समर्थन के साथ पुरुषवादी समाज के रूढ़िवादी नियमों का सामना किया था। अहिल्याबाई ने यह साबित किया था कि कोई भी लिंग या जन्म से नहीं बल्कि कर्मों से महान बनता है। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई का प्रीमियर 4 जनवरी को होने जा रहा है।
 
इस शो में मल्हार राव होलकर की पत्नी और अहिल्याबाई की सास गौतमाबाई की भूमिका निभा रहीं एक्ट्रेस स्नेहलता वसईकर ने इस शो में काम करने के अपने अनुभव बताए।
 
यह सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के साथ आपका डेब्यू शो है। इस नए क्षेत्र में कदम रखने को लेकर आप कितनी उत्साहित हैं?
जहां मैं सोनी टीवी जैसे प्रतिष्ठित मंच पर इंडस्ट्री के कुछ सबसे जाने-माने चेहरों के साथ काम करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं, वहीं मुझे इस प्लेटफॉर्म से जुड़ने की खुशी भी है। इसमें एक ऐसी महिला शासक की प्रेरणादायक कहानी दिखाई जा रही है, जिसने अपने साहस, अटल इरादों और दृढ़ निश्चय के साथ भविष्य की पीढ़ियों के लिए रास्ता बनाया था। अहिल्याबाई की कहानी बताई जानी चाहिए और मैं इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं।
 
आप अपने ऐतिहासिक किरदारों के लिए जानी जाती हैं। ऐसे में आपका यह किरदार अब तक निभाए गए किरदारों से किस तरह अलग है?
अपने पिछले शोज में मैंने छत्रपति शिवाजी की दूसरी पत्नी का किरदार निभाया था, जो एक राजमाता थीं और अब मैं मल्हार राव की पत्नी, मालवा साम्राज्य की महारानी और अहिल्याबाई की सास गौतमाबाई का किरदार निभा रही हूं। हमारे देश के गौरवशाली इतिहास में कई प्रभावशाली नेता एवं शासक रहे हैं। गौतमाबाई का धैर्य, अपने बेटे के प्रति उनका प्यार, अपने पति के प्रति उनका समर्पण, अपने क्षेत्र से उनका लगाव और अपने रीति-रिवाजों पर उनका गर्व बड़े प्रेरणादायक गुण हैं। इस किरदार में कई परते हैं और मैं उम्मीद करती हूं कि मुझे पूरे विश्वसनीय तरीके से गौतमाबाई साहिब के हर इमोशन को प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा।
 
क्या किसी किरदार को करते समय आप किसी विशेष प्रक्रिया को अपनाती हैं?
जी नहीं, लेकिन मैं ऐसे किरदार निभाना बहुत पसंद करती हूं, जिसमें बहुत-से शेड्स हों। मैं ऐसे रोल करना चाहती हूं जो मुझे अपनी काबिलियत आजमाने का मौका दे। मेरे फैंस ने मुझे बहुत प्यार दिया है और मैं उन्हें खुशी और गर्व महसूस कराना चाहती हूं। यही बात मुझे ऐसे चुनौतीपूर्ण रोल स्वीकार करने और अपने दर्शकों का मनोरंजन करते रहने के लिए प्रेरित करती है।
 
इस किरदार को निभाने के लिए आपने क्या खास तैयारियां की?
इस किरदार को लेकर मेरी तैयारी यह है कि मैं सिर्फ इसके इमोशंस को लेकर ईमानदार रहने की कोशिश कर रही हूं। वो अपने बेटे को बहुत चाहती थीं। जहां वो अपने कर्तव्य निभाने के साथ-साथ सबका ख्याल भी रखती थीं, वहीं वो काफी पारंपरिक और रूढ़िवादी भी थीं। ऐसे में उनके व्यक्तित्व में कई तरह की परते हैं। मुझे यह भी लगता है कि यह असली स्थितियां हैं, जो पूर्व में पहले भी हो चुकी हैं। मुझे तो बस इसे पूरी ईमानदारी और विश्वसनीयता के साथ दर्शाना है। यही इस किरदार के लिए मेरी तैयारी है।
 
एक पत्नी, एक मां और एक सास का रोल निभाते हुए आप गौतमाबाई के किरदार का वजूद किस तरह बनाए रखेंगी?
जैसा कि मैंने पहले बताया गौतमाबाई एक दृढ़ निश्चयी महिला थीं। जहां वो अपने परिवार के प्रति समर्पित थीं, वहीं महत्वपूर्ण मामलों में उनकी भी एक राय होती थी और वो अपने दिल की सुनती थीं। जहां वो एक पारंपरिक महिला थीं, वहीं बहुत-सी बातों में वो एक आधुनिक और खुला नजरिया भी रखती थीं। तो गौतमाबाई जैसी बहुआयामी व्यक्तित्व की महिला का रोल निभाने के लिए मुझे पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता की जरूरत थी, ताकि उनके व्यक्तित्व से ही उनका प्रभाव नजर आए।
 
जहां मल्हार राव और अहिल्याबाई का रिश्ता अनोखा और खास है, तो हमें भी गौतमा और अहिल्या बाई के रिश्तों के बारे में कुछ बताएं?
गौतमाबाई और अहिल्याबाई का बड़ा दिलचस्प रिश्ता है। उनका रिश्ता आपको अपना-सा लगेगा। गौतमाबाई अपने संस्कारों से जुड़ी हैं और पूरे समर्पण के साथ परंपराओं को मानती हैं। दूसरी ओर, अहिल्याबाई काफी उत्सुक स्वभाव की हैं और वो नियमों को चुनौतियां देती हैं। दोनों के बीच एक ऐसा रिश्ता है, जो आगे इस शो में सामने आएगा।
 

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