"मेरे पापा आमतौर पर मुझे कुछ नहीं कहते, कभी कोई तारीफ या कॉम्प्लिमेंट भी नहीं देते हैं, वो ऐसे ही हैं।" पापा ऋषि कपूर के लिए रणबीर कपूर का ये कहना है। फादर्स डे के दिन अपने पापा की बातों को शेयर करते हुए रणबीर कपूर ने वेबदुनिया संवाददाता रूना आशीष को बताया "मेरे और मेरे पापा के बीच वही रिश्ता है जो कभी पापा का उनके पापा राज कपूर के साथ रहा होगा। हम दोनों दोस्त तो बिल्कुल नहीं हैं। हम सिर्फ बाप और बेटे ही हैं, लेकिन मैं अपने पापा का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। मुझे उनका काम बहुत पसंद है।"
कभी पापा ने चपत लगाई या बहुत डांटा है?
नहीं। ज़िंदगी में कभी मेरे पापा ने मुझे या मेरी बहन को नहीं मारा या डांटा भी होगा ज़ोर से। बचपन में तो पापा इशारा भी करते थे तो मैं रोने लग जाता था। मुझे उनसे ऐसा हां या ना भी मिला तो मैं डर जाता था। मेरे पापा बहुत गुस्सैल शख्स हैं वो गुस्से में बहुत कुछ बोल जाते हैं। आपने ट्विटर पर देखा ही होगा, लेकिन वो दिल से बहुत साफ हैं और जो मन में आता है वो बोल देते हैं। वे बहुत शॉर्ट टेंपर्ड हैं।"
संजू में बाप बेटे की बहुत ही पेचीदा कहानी या रिश्ते को दिखाया है। फिल्म में भी आप देखेंगे तो पाएंगे कि सुनील दत्त अच्छाई की प्रतिमा हैं तो संजू बुराई का पुतला। सुनील दत्त भलाई के काम में लगे हैं तो संजय दत्त बंदूकों, ड्रग्स और आतंकवाद जैसी बातों में उलझ गया है। दोनों कितने अलग हैं। दोनों के बीच विरोधाभास है, लेकिन फिर भी वो बाप-बेटे की जोड़ी है। मेरे और मेरे पिता में भी कई विरोधाभास हैं, इसलिए जब ये फिल्म कर रहा था तो पापा की ही बातें याद आ रही थीं।
पापा को यकीन नहीं आ रहा था कि जो संजू बना है वो मैं ही हूं। बहुत खुश हुए। उन्होंने अपना रिस्पांस दिया तो राजू ने चुपके से उसे शूट कर मुझे मोबइल पर भेज दिया। उस समय मैं बुल्गारिया में था और ब्रह्मास्त्र की शूटिंग कर रहा था। रात के ढाई बजे होंगे वहां उस समय और मेरे मोबाइल पर ये मैसेज आया। जब खोल कर वो वीडियो और पापा का रिस्पांस देखा तो बहुत अच्छा लगा कि उन्हें मेरा काम पसंद आ रहा है।