जब पहली बार बाइक लेकर स्कूल पहुंचे स्पर्श श्रीवास्तव, ऐसा कर रहे थे महसूस

रूना आशीष

गुरुवार, 6 मार्च 2025 (16:22 IST)
जब भी कुछ मैं जिंदगी में खोता हूं, तो उसके बदले में मुझे बहुत कुछ मिल जाता है। मेरी पहली फिल्म लापता लेडीज में मेरी पत्नी गुम हो गई थी तो लोगों ने इतना प्यार दिया। ऐसे भर भर के प्यार दिया कि मैं बता नहीं सकता। अब दूसरी पेशकश दुपहिया में दुपहिया गुम हो गया है तो अब मुझे लग रहा है कि कुछ ज्यादा ही एक्स्ट्रा लोगों का प्यार मुझे मिलने वाला है।
 
यह कहना है स्पर्श श्रीवास्तव का जो लापता लेडीज में पहले ही अपने एक्टिंग के जरिए लोगों के दिल में अच्छी खासी जगह बना चुके हैं और अभी उनकी एक वेब सीरीज अमेजन प्राइम पर आने वाली है नाम है दुपहिया इसके बारे में जब पत्रकारों से स्पर्श ने बातचीत की तो थोड़े से सकुचाए से और बहुत ज्यादा खुश। 
 
उन्होंने बताया कि मेरी जिंदागी में ऐसा कुछ भी बड़ी चीज खोई हो ऐसा नहीं हुआ. जो भी हुआ फिल्म की कहानियों में ही हुआ। अभी देखता हूं अगली बर फिल्म या जिस भी तरीके से लोगों के सामने आऊं तब क्या खोने वाला है देखना मुझे दिलचस्प लग रहा है। 
 
लापता लेडीज देखने के बाद लोगों की तरफ से क्या रिस्पॉन्स मिला है?
बहुत ही कमल का रिस्पॉन्स मिला है। मैंने सोचा भी नहीं था बहुत ही फलदाई रहा है लोगों ने बहुत प्यार किया है एक कलाकार को प्यार चाहिए होता है और वह मुझे इस फिल्म के जरिए मिला है। 
 
लापता लेडीज के हिट हो जाने के बाद से प्रोफेशनली कितना बदलाव आया?
बहुत बदलाव आया। अभी कई सारे निर्देशक निर्माता मुझे अपनी फिल्म के कास्ट में देखने लगे हैं। उनके फिल्म के रोल में वह मुझे देखना चाह रहे हैं। बहुत सारे लोगों ने मुझे देखना पर रखना शुरू कर दिया है और इस बात के लिए तो मैं हमेशा ही शुक्रगुजार रहूंगा। 
 
आपकी फिल्म ऑस्कर्स तक में दौड़ लगाकर आई है। क्या कहेंगे?
मैने तो कभी सोचा नहीं था की लापता लेडीज ऑस्कर्स तक जाएगी मेरे लिए तो एक बहुत ही बेहतरीन एक्सपीरियंस रहा मैं तो खुद नहीं जा पाया था ऑस्कर्स के लिए। लेकिन मैने यह सुना की लोगों को बहुत पसंद आई है। 
 
वेब सीरीज दुपहिया की बात करते है आपने बाइक चलाई है। 
मैं अपने शहर में अपनी पुरानी गर्लफ्रेंड के पीछे बहुत बैठा करता था। वह बाइक चलाती थी और मैं पीछे बैठा रहता था। फिर मुझे याद है बाइक मैने अपने स्कूल में जब पहली बार चलाई थी स्कूल के दोस्तों के बीच पहुंचा तो उनके सामने मैं एकदम हीरो बन गया था और तीसरी जो मेरी याद है बाइक्स को लेकर वो यह की जब मैं मुंबई में स्ट्रगल कर रहा था और मैं यहां बाइक चलाता था उसी से एक जगह से दूसरी जगह जाया करता था। कहीं एक अच्छा रोल मिल जाए कहीं काम मिल जाए। 
 
यह उस समय की बात है जब मैं थाने रहा करता था। मैं नाय गांव में भी रहा हूं उसके बाद फिर मैने दूसरी जगह पर शिफ्ट किया तो कई बार यह होता था की मुझे ऑडिशन में जाना है और बाइक लेके मैं निकला हूं और रास्ते में बारिश आ गई मैं पूरा भीग गया तो कैसे मैं ऑडिशन के पहले जाकर फटाफट कपड़े चेंज करता था यह सब बातें मुझे मेरे बाइक्स की वजह से ही याद रहती है। मेरी मम्मी मेरे साथ रहती है। मैने हाल ही में मेरी मां को बाइक लेकर दी है। उन्हें गाड़ी चलाना बहुत अच्छा लगता है। 
 
आपने जिंदगी में आपने बहुत अच्छी ऊंचाईयों को देख लिया है। जिंदगी में किस तरीके से लेते हैं इस बात को 
इससे ना मैं अल्फाबेट जे की तरह देखता हूं। आपने शुरुआत की थोड़ा उबड़ खाबड़ रही जिंदगी और फिर एकदम से ऊंचाईयों को छूने लग गए। बहुत अच्छा लगता है। लोगों ने बहुत प्यार दिया है। इस बात को लेकर बहुत खुशकिस्मत मानता हूं अपने आपको लेकिन ऐसा नहीं है की इन सब बातों की वजह से सफलता मेरे सर पर चढ़कर बोलेगी मेरी परवरिश बहुत अच्छी है। बहुत अच्छे संस्कारों के साथ मुझे मेरे घरवालों ने बड़ा किया है। मुझे यह मालूम है की जिंदगी में कुछ भी हो जाए। मैं हर बात को सिर में जाने नहीं दूंगा। मैं बहुत तरीके से अपनी सफलता को संभाल कर रखूंगा। 

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