बॉलीवुड में दिशा पाटनी का आगमन काफी धूम-धाम से हुआ था। अपनी मनमोहक मुस्कान, आकर्षक व्यक्तित्व और शानदार डांस मूव्स के साथ, उन्होंने इंडस्ट्री में एक चमकदार शुरुआत की। उन्हें टाइगर श्रॉफ, सलमान खान और प्रभास जैसे बड़े सितारों के साथ काम करने का अवसर मिला और कुछ हिट फिल्मों का हिस्सा भी रहीं। लेकिन, बॉलीवुड में कदम रखने के इतने समय बाद भी, दिशा पाटनी एक "ग्लैमर डॉल" की छवि से बाहर नहीं निकल पाई हैं। उनके अभिनय से ज़्यादा, उनके इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई ग्लैमरस तस्वीरें और फिटनेस वीडियो चर्चा का विषय बनते रहे हैं। आखिर कहाँ कमी रह गई, जिसने उन्हें एक पहचान बनाने से रोक दिया?
करियर की शुरुआत और प्रारंभिक सफलता:
दिशा ने अपने करियर की शुरुआत 2015 में तेलुगु फिल्म 'लोफर' से की थी। इसके बाद, उन्हें 2016 में नीरज पांडे द्वारा निर्देशित 'एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' में सुशांत सिंह राजपूत के साथ काम करने का मौका मिला। इस फिल्म में उन्होंने धोनी की पहली गर्लफ्रेंड प्रियंका झा का किरदार निभाया था। हालांकि उनका रोल छोटा था, लेकिन उनकी मासूमियत और स्क्रीन प्रेजेंस ने दर्शकों का ध्यान खींचा।
इसके बाद, 2017 में उन्होंने जैकी चैन के साथ अंतरराष्ट्रीय फिल्म 'कुंग फू योगा' में काम किया। फिर 2018 में, टाइगर श्रॉफ के साथ 'बागी 2' में वह मुख्य भूमिका में नज़र आईं। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही और दिशा को व्यावसायिक सफलता का स्वाद मिला।
बड़े सितारों के साथ काम, फिर भी पहचान की कमी:
'बागी 2' के बाद, दिशा को 'भारत' (2019) में सलमान खान के साथ एक छोटी लेकिन यादगार भूमिका मिली। इस फिल्म में उनके गाने 'स्लो मोशन' ने काफी लोकप्रियता बटोरी। फिर उन्होंने आदित्य रॉय कपूर के साथ 'मलंग' (2020) में काम किया, जिसमें उनका एक बोल्ड और एक्शन से भरपूर अवतार देखने को मिला। 2021 में, उन्होंने फिर से सलमान खान के साथ 'राधे' में काम किया और हाल ही में उन्हें प्रभास अभिनीत 'कल्कि 2898 AD' (2024) में देखा गया।
इतने बड़े सितारों के साथ काम करने और कुछ हिट फिल्मों का हिस्सा बनने के बावजूद, दिशा को एक मजबूत अभिनेत्री के तौर पर पहचान नहीं मिल पाई। दर्शकों के मन में उनकी छवि अभी भी एक ऐसी एक्ट्रेस की है जो फिल्मों में ग्लैमर और चकाचौंध का तड़का लगाती हैं, लेकिन जिसके अभिनय में गहराई की कमी है।
अभिनय की चर्चा और कहाँ रही कमी:
दिशा पाटनी की फिल्मों में उनके अभिनय पर अक्सर कम ही चर्चा हुई है। उनकी सुंदरता, उनकी फिटनेस, और उनके डांस स्किल्स को हमेशा उनके अभिनय से ज़्यादा सराहा गया है।
'एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी': इस फिल्म में उनका अभिनय ठीक-ठाक था, लेकिन उन्हें बहुत ज़्यादा गुंजाइश नहीं मिली।
'बागी 2': इस फिल्म में वह मुख्य अभिनेत्री थीं, लेकिन कहानी और एक्शन टाइगर श्रॉफ के इर्द-गिर्द घूमती थी। दिशा का किरदार काफी हद तक एक प्रेमिका का था, जिसमें उन्हें अपने अभिनय कौशल को दिखाने का बहुत कम अवसर मिला।
'भारत': इस फिल्म में उनका कैमियो रोल था, जो सिर्फ एक गाने के लिए था।
'मलंग': इस फिल्म में उन्होंने थोड़ा अलग किरदार निभाने की कोशिश की, जिसमें एक्शन भी शामिल था। हालांकि, फिल्म में उनकी परफॉर्मेंस को समीक्षकों द्वारा मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। कुछ ने उनके प्रयासों की सराहना की, लेकिन कई ने उनके अभिनय में भावनात्मक गहराई की कमी महसूस की।
'राधे': यह फिल्म भी सलमान खान की एक्शन फिल्म थी, जिसमें दिशा का किरदार काफी सीमित था।
उनकी अधिकांश भूमिकाएँ ऐसी रही हैं जहाँ उन्हें या तो एक प्रेम रुचि के रूप में प्रस्तुत किया गया है, या केवल ग्लैमर जोड़ने के लिए। उन्हें अभी तक एक ऐसा किरदार नहीं मिला है जो उन्हें एक अभिनेत्री के रूप में अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाने का अवसर दे।
इंस्टाग्राम पर चमक और पर्दे पर फीकी रोशनी:
यह एक ऐसा पहलू है जहाँ दिशा पाटनी ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। उनके इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं, और उनकी पोस्ट अक्सर वायरल होती हैं। उनकी फिटनेस, फैशन सेंस और ग्लैमरस तस्वीरें उन्हें एक सोशल मीडिया सेंसेशन बनाती हैं। हालांकि, यही चीज़ उनके करियर के लिए एक दोधारी तलवार साबित हुई है। जब दर्शक उन्हें लगातार परफेक्ट बॉडी और ग्लैमरस अवतार में देखते हैं, तो उनकी अपेक्षाएं भी उसी दिशा में बढ़ जाती हैं। जब वे उन्हें पर्दे पर देखते हैं, तो उन्हें उम्मीद होती है कि वे सिर्फ सुंदर दिखने के अलावा कुछ और भी प्रस्तुत करेंगी।
कहाँ कमी रह गई?
किरदारों का चुनाव: दिशा ने अक्सर ऐसे किरदार चुने हैं जो उनके अभिनय कौशल को चुनौती नहीं देते। वे अक्सर ग्लैमरस या सहायक भूमिकाओं में ही सीमित रही हैं। उन्हें ऐसे स्क्रिप्ट्स और किरदार चुनने की ज़रूरत है जो उन्हें एक अभिनेत्री के रूप में अपनी क्षमता दिखाने का मौका दें।
अभिनय में गहराई की कमी: कुछ समीक्षकों और दर्शकों ने उनके अभिनय में भावनात्मक गहराई की कमी महसूस की है। उन्हें अपनी अभिनय कार्यशालाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और विभिन्न प्रकार की भावनाओं को व्यक्त करने की अपनी क्षमता को सुधारने की आवश्यकता है।
स्टारडम की छाया: बड़े सितारों के साथ काम करने का फायदा यह होता है कि फिल्म को बड़ा एक्सपोजर मिलता है। लेकिन इसका नुकसान यह भी होता है कि आप अक्सर उस स्टार की चमक में दब जाते हैं। दिशा के साथ भी ऐसा ही हुआ है; वे अक्सर अपने सह-कलाकारों के प्रभाव में रही हैं।
लगातार एक ही छवि: उन्होंने खुद को ग्लैमरस और फिट एक्ट्रेस की इमेज में बांध लिया है। हालांकि यह एक अच्छा मार्केटिंग टूल है, लेकिन यह उन्हें विभिन्न प्रकार के किरदारों के लिए विचार करने से रोक सकता है।
यादगार परफॉर्मेंस की कमी: उनके पास अभी तक ऐसी कोई यादगार परफॉर्मेंस नहीं है जिसने दर्शकों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी हो। उन्हें एक ऐसी फिल्म या किरदार की तलाश है जो उन्हें एक अलग पहचान दे सके।
दिशा पाटनी में निश्चित रूप से स्टार बनने की क्षमता है। उनमें सुंदरता, नृत्य कौशल और एक मजबूत सोशल मीडिया उपस्थिति है। हालांकि, उन्हें अब अपनी ग्लैमरस इमेज से हटकर एक गंभीर अभिनेत्री के तौर पर पहचान बनाने की ज़रूरत है। उन्हें ऐसे किरदारों का चुनाव करना चाहिए जो उन्हें अभिनय के लिए चुनौती दें, अपनी कला पर काम करना चाहिए और दर्शकों को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि वे सिर्फ एक "ग्लैमर डॉल" से कहीं ज़्यादा हैं। अगर वह इन कमियों पर काम करती हैं, तो इसमें कोई शक नहीं कि दिशा पाटनी बॉलीवुड में अपनी एक अलग और मजबूत पहचान बनाने में सफल होंगी।