Holi 2024: होली हो और फिल्मों की बात न हो, ऐसा संभव नहीं। होली के रंग अकसर रूपहले पर्दे पर बिखरे दिखाई देते हैं। बॉलीवुड के कई निर्देशकों ने फिल्मों में होली का रंग डाला है। कई फिल्मों में होली के गीत इतने लोकप्रिय हुए कि आज भी होली के दिन वह दिनभर सुनाई देते हैं।
दिलीप कुमार की पहली फिल्म ज्वार भाटा में होली नजर आई। फिल्म के निर्देशक अमिय चक्रवर्ती ने 1944 में होली का दृश्य शूट करके एक इतिहास रचा। फिल्मों में होली का रंग दिखाने में फिल्मकार यश चोपड़ा ने सभी निर्देशकों को पीछे छोड़ दिया।
यश चोपड़ा ने सिलसिला में रंग बरसे भीगे चुनर वाली के रूप में बॉलीवुड को होली का लोकप्रिय गाना दिया। इसके बाद मशाल में होली आई, होली आई, देखो होली आई रे, डर में अंग से अंग लगाना और बाद में मोहब्बतें (निर्देशक : आदित्य चोपड़ा) में सोनी-सोनी अंखियों वाली, दिल दे जा या दे जा तू गाली से चोपड़ा ने बड़े पर्दे पर होली के भरपूर रंग बिखेरे।
फिल्मों में होली का रंग बिखेरने वाले अभिनेताओं में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन का नाम भी आगे है। रेखा के साथ सिलसिला में रंग बरसाने के लंबे समय बाद अमिताभ ने हेमा मालिनी के साथ बागबां में होली खेले रघुवीरा के जरिए एक बार फिर पर्दे को रंगीन कर दिया। अमिताभ, विपुल शाह की वक्त में अक्षय कुमार और प्रियंका चोपड़ा के साथ डू मी ए फेवर, लेट्स प्ले होली गाते हुए भी खासे जँचे।
बॉलीवुड की एक और जोड़ी, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने होली को फिल्मों में ऐतिहासिक बनाया है। इस जोड़ी पर फिल्माया फिल्म शोले का गीत होली के दिन दिल खिल जाते हैं आज भी होली की मस्ती में चार चाँद लगा देता है। इसके बाद इस जोड़ी ने फिल्म राजपूत में भागी रे भागी रे भागी ब्रजबाला, कान्हा ने पकड़ा रंग डाला गाकर भरपूर होली खेली।
बॉलीवुड ने होली के साथ होली के आयोजन का कारण रहे भक्त प्रहलाद को भी फिल्मों में कई बार दिखाया है। भक्त प्रहलाद पर पहली बार 1942 में एक तेलुगु फिल्म भक्त प्रहलाद के नाम से बनी, जिसे चित्रपू नारायण मूर्ति ने निर्देशित किया। इसके बाद भक्त प्रहलाद पर वर्ष 1967 में इसी नाम से एक हिंदी फिल्म का भी निर्माण हुआ। बॉलीवुड में होली नाम से अब दो, होली आई रे नाम से एक और फागुन नाम से दो फिल्मों का निर्माण हो चुका है।
होली से जुड़ा एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि कुछ फिल्मकारों ने इसे कहानी आगे बढ़ाने के लिए उपयोग किया, तो कुछ ने टर्निंग प्वाइंट लाने के लिए। कुछ ऐसे भी थे, जिन्होंने इसे सिर्फ मौज-मस्ती और गाने फिट करने के लिए फिल्म में डाला।
फिल्मकार राजकुमार संतोषी ने अपनी फिल्म दामिनी में होली के दृश्य का उपयोग फिल्म में टर्निंग प्वाइंट लाने के लिए किया, जबकि आखिर क्यों के गाने सात रंग में खेल रही है दिल वालों की होली रे और कामचोर के मल दे गुलाल मोहे में निर्देशक ने इनके जरिए फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाया।
कई फिल्मों में होली के दृश्य और गाने फिल्म की मस्ती को बढ़ाने के लिए डाले गए। ऐसी फिल्मों में पहला नाम मदर इंडिया का आता है, जिसका गाना होली आई रे कन्हाई आज भी याद किया जाता है। इसके अलावा नवरंग का जा रे हट नटखट, फागुन का पिया संग होली खेलूँ रे और लम्हे का मोहे छेड़ो न नंद के लाला गाने ने भी होली का फिल्मों में प्रतिनिधित्व किया।
कई फिल्मों में नायक रंगों के त्योहार होली के माध्यम से नायिकाओं के जीवन में रंग भरने की कोशिश करते भी दिखे। फिल्म धनवान में राजेश खन्ना ने रीना रॉय के लिए मारो भर-भर पिचकारी गाया, तो वहीं फूल और पत्थर में धर्मेंद्र, मीना कुमारी के लिए लाई है हजारों रंग होली गाते दिखे। इसी तरह फिल्म कटी पतंग में राजेश खन्ना पर फिल्माए गाने आज न छोड़ेंगे बस हमजोली ने आशा पारेख को अपने अतीत की याद दिला दी।
कई फिल्में ऐसी भी रहीं, जिनमें होली के सिर्फ कुछ दृश्य दिखाए गए। केतन मेहता की फिल्म मंगल पांडे में आमिर खान होली खेलते दिखे, तो वहीं विजय आनंद ने गाइड में पिया तोसे नैना लागे रे गाने में आई होली आई अंतरा डाला।
अब फिल्मों में होली का चित्रण कम होता जा रहा है। 'ये जवानी है दीवानी' में रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण पर तथा जॉली एलएलबी 2 में अक्षय कुमार और हुमा कुरैशी पर एक होली गाना फिल्माया गया है। 'कबीर सिंह' फिल्म में भी होली के दृश्य नजर आए थे। हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर 'गुलमोहर' नामक मूवी रिलीज हुई है जिसमें शर्मिला टैगोर और मनोज बाजपेयी ने लीड रोल निभाए हैं। इसकी कहानी में होली का उल्लेख है और अंत में होली पर एक गाना भी है।