30 दिन में बना था फिल्म नोटबुक का यह अनोखा फ्लोटिंग सेट

सलमान खान के प्रोडेक्शन में बनी जहीर इकबाल और प्रनूतन बहल अभिनीत तथा नितिन कक्कड़ निर्देशित फिल्म 'नोटबुक' के लिए के निर्माताओं ने एक अनूठा फ्लोटिंग सेट बनाया था जो अपने आप में भी अनोखा था। फिल्म में 2007 के दौरान की कहानी को दिखाया गया है। फिल्म की कहानी एक झील के बीच पानी बने एक स्कूल पर केंद्रित है, इसीलिए निर्माताओं ने एक सेट बनाया, जो पानी के बीच खड़ा था।
 
दिलचस्प बात यह है कि इसे बनाने में 30 दिन का समय लगा और 80 क्रू सदस्यों ने हर दिन चौबीसों घंटे काम किया। इस असाधारण सेट को दो युवा लड़कियों उर्वी अशर और शिप्रा रावल द्वारा डिजाइन किया गया है, उन्होंने फिल्म नोटबुक के सेट के लिए बतौर आर्ट डिजाइनरों के रूप में काम किया।
 
इस फ्लोटिंग सेट के बारे में बात करते हुए निर्देशक नितिन कक्कड़ ने कहा, यह पहली बार है की जब मैंने एक वास्तविक स्थान पर बनाए गए सेट पर शूटिंग की है। आर्ट डिजाइनर उर्वी और शिप्रा के काम बहुत कमाल का रहा। यकीन नहीं हो रहा था कि सेट कभी इतना अच्छा होगा। इस तरह का सेट बनाना बहुत मुश्किल था क्योंकि यह तैर रहा था, लेकिन यह 30 दिनों के लिए हमारा घर बन गया था। जिस दिन सेट पर काम पूरा हुआ, और सेट निकाला जाना था तो मेरा दिल भर आया था। इस सेट से बहुत से यादें जुड़ हुई थी, अब मैं इन यादों को जीवन भर संभालकर रख़ूंगा।

प्रनूतन और जहीर इकबाल पर फिल्माए गए नोटबुक के पहले गाने 'नहीं लगदा' को 7 मिलियन बार देखा गया है। सिर्फ आम लोगों को ही नहीं बल्कि गाने ने सेलेब्स को भी मंत्रमुग्ध कर दिया है। इस गाने में कश्मीर की पृष्ठभूमि में स्थापित अपरंपरागत प्रेम कहानी की झलक ने लाखों दिलों को जीत लिया है। इससे पहले, सलमान खान ने एक भव्य लांच में नोटबुक के ट्रेलर रिलीज किया था जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है।
 
कश्मीर की पृष्ठभूमि में स्थापित नोटबुक दर्शकों को एक रोमांटिक सफर पर ले जाएगी। नोटबुक को कश्मीर की खूबसूरत घाटियों में फिल्माया गया है, जिसमें दो प्रेमी फिरदौस और कबीर की प्रामाणिक प्रेम कहानी के साथ-साथ बाल कलाकारों की दमदार कास्टिंग देखने को मिलेगी जो कहानी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह फिल्म 29 मार्च 2019 को रिलीज होने के लिए तैयार है।

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