लेकिन क्या आप जानते हैं 'गजनी' के लिए आमिर खान पहली पसंद नहीं थे। जब फिल्म बनाने की तैयारी चल रही थी, तब निर्देशक ए. आर. मुरुगदास चाहते थे कि फिल्म में सलमान खान को लीड रोल दिया जाए। हालांकि एक्टर प्रदीप रावत के कहने पर उन्होंने अपना फैसला बदल लिया था।
बता दें कि फिल्म 'गजनी' में प्रदीप रावत ने विलेन का रोल निभाया था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान प्रदीप रावत ने फिल्म गजनी से जुड़ी डिटेल्स शेयर की हैं। उन्होंने सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में कहाल मुरुगदास हमेशा कहते रहते थे मैं गजनी को हिंदी में बनाना चाहता हूं, मैं इसे हिंदी में बनाना चाहता हूं।
प्रदीप ने कहा, मुरुगदान ने गजनी को हिंदी में बनाने का फैसला किया, तो वो सलमान को लीड रोल देना चाहते थे। प्रदीप ने बताया कि उन्हें नहीं लगता था कि सलमान खान इस रोल के लिए फिट नहीं बैठते हैं। उन्होंने कहा, सलमान को गुस्सा बहुत जल्दी आता है और एआर मुरुगदास इंग्लिश और हिंदी में बात नहीं करते थे। उस समय तो उनका कोई व्यक्तित्व भी नहीं था।
उन्होंने कहा, डायरेक्टर को भाषा के चलते सलमान खान के साथ काम करने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए मैंने खुद आमिर के नाम का सुझाव दिया, उनके साथ मैं सरफरोश में काम कर चुका था। मेरा मानना था कि भाषा न आने पर मुरुगदास को आमिर के साथ काम करने में आसानी होगी।
प्रदीप ने कहा, मुझे लगा कि आमिर इस किरदार के लिए आमिर खान सही विकल्प होंगे क्योंकि वह शांत स्वभाव के हैं और सभी के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करते हैं। पिछले 25 सालों में, मैंने आमिर को किसी पर चिल्लाते या चीखते नहीं देखा। उन्होंने कभी किसी का अपमान नहीं किया या अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल भी नहीं किया है। इसलिए मैंने सोचा कि स्वभाव से सलमान को संभाला नहीं जा सकता या फालतू की परेशानियां होंगी।