अदा कहती हैं, मैं रीता सान्याल के प्रति दर्शकों की प्रतिक्रियाओं से बहुत उत्साहित हूं। मुझे शो में कई लहजे में बोलने का मौका मिला। हरियाणवी लहजा मेरा पसंदीदा लहजा है। हमने एक कोच रखा और जब मैं घर पर था तब भी बोलने का अभ्यास करती थी।
उन्होंने कहा, मैं शूटिंग से वापस आती थी और रात में बार-बार अपने कमरे में जोर से बात करती थी। मेरी मां ने सोचा कि मैं पागल हूं। लेकिन ज़ोर से बोलना ही उच्चारण के साथ आत्मविश्वास हासिल करने का एकमात्र तरीका था।